डेटा सुरक्षित वापसी के एवज में हैकर ने मांगी 0.9 बिटक्वाइन की फिरौती

 दुर्ग

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कंप्यूटर सर्वर हैक करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. हैकर ने सर्वर को हैक करने के बाद डेटा सुरक्षित वापसी के एवज में 0.9 बिटक्वाइन (एक वर्चुअल यानि आभासी मुद्रा है) यानि करीब 4 लाख की फिरौती की मांग की है. दुर्ग जिले में हुए इस पहले सर्वर हैक के मामले में मोहन नगर थाना पुलिस ने धारा 384, 43 और 46 आईटी एक्ट का मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.

बता दें कि कम्प्यूटर हैक करने का जिले में यह दूसरा मामला है. दरअसल, दुर्ग के ओम परिसर स्थित  लाइफ केयर स्कैन एंड रिसर्च सेंटर में जब कम्प्यूटर को ओपन किया गया तो सभी फाइल ब्लॉक दिखने लगी. इस पर सर्वर को चेक किया गया तो सर्वर भी ब्लॉक हो चुका था और स्क्रीन पर मेसेज लिखा आ रहा था कि "आपका सर्वर हैक कर लिया गया है, आपके सारे डेटा को ब्लॉक कर दिया गया है और अगर डेटा सुरक्षित चाहिए तो 24 घंटे के अंदर ईमेल पर संपर्क करो."

इस मेसेज को पढ़ते ही ऑपरेटर ने संस्था के संचालक को इसकी सूचना दी. संचालक और आईटी एक्सपर्ट द्वारा जब ईमेल पर डेटा वापसी के लिए मेल किया गया, तो हैकर ने इस हैक को अपने द्वारा किए जाने को पुख्ता करने के लिए कुछ फाइल को खोलने का दावा किया. इसके बाद हैकर ने मेल के जरिए ही 0.9 बिटक्वाइन देने पर डेटा सुरक्षित छोड़ने का धमकी दी. संस्था के संचालक ने आईटी एक्सपर्ट के साथ मोहन नगर थाने में जाकर इसकी शिकायत दर्ज कराई है. सर्वर में रिसर्च सेंटर के कई अहम डेटा स्टोर थे जिसकी वजह से संस्था को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

पुलिस के मुताबिक यह प्रदेश का दूसरा मामला है. इसमें ओनियन राउटर से होकर मेल आया है. ऐसा विदेशों से ही होता है, जिसका पता लगा पाना बेहद ही मुश्किल होता है. वहीं इस पेचीदा मामले की जांच और आरोपियों तक पहुंचने के लिए साइबर एक्सपर्ट की जरूरत पड़ रही है. फिलहाल छत्तीसगढ़ पुलिस में साइबर के एक्सपर्ट नहीं जो इस मामले को सुलझा सके.