तो क्या 'हवाला मंडी' बनती जा रही है मध्य प्रदेश की संस्कारधानी!

जबलपुर
मध्य प्रदेश की संस्कारधानी कही जाने वाली जबलपुर में हवाला के गोरखधंधे से जुड़ी कड़ियां लगातार बेपर्दा हो रही हैं. ओमती पुलिस ने 3 आरोपियों को हवाला की 35 लाख नगदी रकम के साथ गिरफ्तार किया है, जिनके पुख्ता लिंक गुजरात से मिले हैं. इसके पहले भी ओमती पुलिस ने अक्टूबर 2018 में हवाला का एक बड़ा मामला उजागर किया था.
दरअसल, शुक्रवार रात की गई कार्रवाई में पुलिस ने तीन आरोपी उमाशंकर , जितेंद्र और प्रवीण को गिरफ्तार किया है जो किराए के मकान में रहकर इस गोरखधंधे को संचालित करते थे. आरोपियों से प्राथमिक पूछताछ में आशंका जताई है कि आरोपियों के लिंक मध्य प्रदेश के अन्य शहरों समेत देश के अन्य हिस्सों में भी जुड़े हुए हो सकते हैं. यहां तक कि पूर्व में शहर से उजागर हुए हवाला के एक बड़े कारोबार से भी इनके लिंक मिलने की संभावना है. बहरहाल ये तमाम बातें जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएंगी. पुलिस ने आरोपियों की सूचना आयकर विभाग को भी दे दी है.
हवाला कारोबार पर नकेल कसने आयकर विभाग द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई पूरे प्रदेश में की गई. भोपाल समेत जबलपुर और इंदौर की टीम हवाला रैकेट मे शामिल बड़े और छोटे कारोबारियो पर नकेल कसी. कार्रवाई के दौरान करीब 13 करोड़ से अधिक की अघोषित आय आईटी की टीम ने बरामद कर ली.
जबलपुर में दो ठिकानो पर आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी. इनमें खिलौना व्यवसाय से जुड़े कृष्णा टवाएज के पंजू गोस्वामी और मैटल कास्टिंग-इंजीयिरिंग के गोपाल कृष्ण असावा के ठिकानों पर लगातार कार्रवाई जारी रखी. जबलपुर में आईटी की टीम ने करीब 70 लाख से अधिक की रकम जप्त कर ली.
सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक इस पूरा हवाला कारोबार का लिंक आईटी विभाग की टीम को 27 अक्टूबर को ओमती थाना अंतर्गत की गई कार्रवाई से मिला था जिसमे ओमती पुलिस ने एसएसटी की टीम के साथ अतुल खत्री के नौकर मुकुल पटैल के कब्जे से 15 लाख रूपए जप्त किए थे. अतुल का कटनी से लिंक मिला है जहां से रकम लाई गई थी और मुंबई ले जाने की तैयारी थी.
आईटी विभाग की कार्यवाही मे कुछ बड़े खुलासे भी हुए जांच के दौरान टीम को मिले दस्तावेज बताते हैं कि करीब 14 प्रमुख शहरों में हवाला के खेल का जाल फैला था, जिसमें करोड़ो की रकम की हेर फेर की जा चुकी है. प्रदेश में अब तक करीब 13 करोड़ से अधिक की रकम जप्त कर ली गई है, जिसमे जबलपुर इंदौर ग्वालियर मुरैना बालाघाट कटनी के लिंक सामने आए हैं. सूत्रों के मुताबिक करीब 100 से अधिक कारोबारी इस हवाला कारोबार से जुड़े हैं.