दिगंबर अखाड़ा परिषद से बाहर किए गए कंप्यूटर बाबा, भाजपा सरकार के खिलाफ खोला था मोर्चा
भोपाल
विधानसभा चुनाव से पहले सरकार के खिलाफ लगातार हमले कर रहे कंप्यूटर बाबा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कंप्यूटर बाबा को अब उज्जैन स्थित दिगंबर अखाड़ा से बाहर कर दिया गया है। अखड़ा परिषद का कहना है कि कंप्यूटर बाबा ने व्यक्तिगत हितों के लिए अखाड़े की छवि खराब की है। वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कंप्यूटर बाबा को अखाड़े से बाहर किए जाने के पीछे भाजपा सरकार है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कंप्यूटर बाबा को परिषद से बाहर किए जाने की पुष्टि की है। 1008 महामंडलेश्वर नामदेव त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा का इंदौर के अहिल्या नगर में एक भव्य आश्रम है। हाल ही कंप्यूटर बाबा अस्पताल में भर्ती थे औऱ उन्होंने जान का खतरा होने की बात कही थी।
राज्यमंत्री पद से दिया है इस्तीफा: शिवराज सरकार के खिलाफ बगावत करते हुए राज्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कामकाज से नाराज कंप्यूटर बाबा ने इस्तीफे के बाद ऐलान किया कि अब वे शिवराज सरकार के खिलाफ धूनी रमाने जा रहे हैं। कंप्यूटर बाबा ने नर्मदा की दुर्दशा और बेहाल गायों की हालत का मसला उठाते हुए मुख्यमंत्री चौहान पर हमला बोला। उन्होंने चौहान पर झूठी घोषणाएं करने का आरोप लगाया था।
कंप्यूटर बाबा को मनाने में जुटी थी बीजेपी: सूत्रों के अनुसार, विधानसभा चुनाव २०१८ में नर्मदा में अवैध खनन और गोरक्षा जैसे मामलों पर चर्चा करेंगे। ऐसे में बीजेपी के माथे पर शिकन होना लाजमी है। ऐसे में बीजेपी भी नाराज कंप्यूटर बाबा को मनाने के प्रयास में जुटी थी। बीजेपी इसके लिए दूसरे राज्यों के बड़े-बड़े संतों को कंप्यूटर बाबा के पास भेजने की तैयारी कर रही थी। भाजपा ने विधानसभा चुनाव से पहले कंप्यूटर बाबा समेत पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया था।
कौन हैं कंप्यूटर बाबा: महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा कुटिया में रहते हैं। लेकिन लैपटॉप, फेसबुक और हेलिकॉप्टर का शौक रखते हैं। उन्हें हेलीकॉप्टर से सफर और फेसबुक पर भक्तों से चैटिंग करने से आनंद आता है।