दिल्ली पलूशन: एजेंसियां बोलीं- ये हमारा काम नहीं, हमें नहीं इसकी जानकारी
नई दिल्ली
पूरी दिल्ली प्रदूषण से परेशान है और इस प्रदूषण को कम करने के लिए कई दावे किए जा रहे हैं। इसके विपरीत कुछ आरटीआई के जवाबों से लोग हैरान हैं। ऊर्जा (युनाइटेड रेजिडेंट्स जॉइंट ऐक्शन ऑफ दिल्ली) की तरफ से तीन डिपार्टमेंट में लगाई गई विभिन्न आरटीआई के जवाबों में विभागों ने सिर्फ यही जवाब दिए हैं कि यह उनका काम नहीं है इसलिए इसकी जानकारी उन्हें नहीं है या इस मसले को कोई और देख रहा है।
ऊर्जा ने पीडब्ल्यूडी, डीएमआरसी और दिल्ली पुलिस में कई आरटीआई लगाई थी। ऊर्जा के प्रेजिडेंट अतुल गोयल ने बताया कि इन आरटीआई से साफ होता है कि डिपार्टमेंट के बीच प्रदूषण के कदमों को लेकर तालमेल की काफी कमी है। GRAP के कदमों पर काम करने वाले विभाग ही सवालों से बच रहे हैं। इन विभागों को प्रदूषण की वजहों का ही पता नहीं है।
अगर पीडब्ल्यूडी की बात करें तो आरटीआई में उनसे मैकेनाइज्ड स्वीपिंग से सड़कों की सफाई के बारे में पूछा गया। लेकिन आरटीआई में जवाब मिला कि यह इस डिपार्टमेंट से संबंधित नहीं है। यह डिपार्टमेंट प्रदूषण से जुड़े काम नहीं करता।
आरटीआई में डीएमआरसी से पूछा गया कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाए गए? लेकिन डीएमआरसी ने इसका जवाब दिया कि यह जानकारी उनके पास उपलब्ध नहीं है। ऊर्जा के अनुसार, डीएमआरसी को प्रदूषण खतरनाक स्तर पर जाने पर अपने फेरों में वृद्धि करने, किरायों में छूट जैसे कदम GRAP के तहत उठाने हैं।
इसी तरह दिल्ली पुलिस के द्वारका जिले के डीसीपी से आरटीआई के माध्यम से पूछा गया कि ट्रकों के ट्रैफिक को रोकने के लिए क्या किया जा रहा है। यह क्षेत्र काफी प्रदूषित है। लेकिन उनकी तरफ से जवाब मिला कि यह जानकारी उनके जिले से संबंधित नहीं। इसी तरह प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों पर हुई कार्रवाई, पीयूसी नॉर्म्स से संबंधित कार्रवाई, कंस्ट्रक्शन ऐक्टिविटी पर रोक के दौरान हुई कार्रवाई, ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए उठाए गए कदमों, सुप्रीम कोर्ट के प्रदूषण पर पालन को लेकर दिल्ली पुलिस के शाहदरा जिले और नॉर्थ ईस्ट जिले में आरटीआई डाली गई। लेकिन इनके जवाब भी कुछ ऐसे ही मिले। शाहदरा जिले से जवाब आया कि मांगी गई सूचना डिपार्टमेंट से संबंधित नहीं है और नॉर्थ ईस्ट जिले से जवाब मिला कि यह सूचना पुलिस हेड क्वॉर्टर से संबंधित है।