धमतरी में अटका फोरलेन का काम, धूल के गुबार से जनता हो रही परेशान
धमतरी
धमतरी रायपुर के बीच एनएच 30 पर फोर लेन प्रोजेक्ट लगभग 4 माह से अटका पड़ा है. क्योंकि ठेका कंपनी का टेंडर निरस्त कर दिया गया है. अधूरे निर्माण के कारण पूरी सड़क जर्जर है. बेहिसाब धूल और गड्ढे के कारण हादसे हो रहे हैं. जब तक नया टेंडर नहीं हो जाता ये समस्या और खतरा बरकरार रहेगा. प्रशासन अब जल्द काम शुरू होने की उम्मीद जता रहा है.
धमतरी में एनएच 30 से रोजाना हज़ारों की तादात में वाहन आते जाते हैं. ये सड़क राजधानी को बस्तर से जोड़ने वाली इकलौती सड़क है. अभी तक इस 2 लेन सड़क को 4 लेन हो जाना था, लेकिन आज ये पूरी तरह से बदहाल है. जगह जगह गड्ढे. कहीं अधूरी सड़क, कहीं जर्जर हो चुकी पुरानी सड़क और इनसे उठता धूल का गुबार. इस राह से जाने वालों के लिए बेहद परेशानी का कारण बनता है. वहीं आये दिन छोटे बड़े हादसों की वजह भी है.
दरअसल इस काम को जिस कंपनी को ठेके में दिया गया था, उसका टेंडर निरस्त कर दिया गया है. 72 किलोमीटर के इस प्रोजेक्ट का लगभग 50 किलोमीटर धमतरी जिले में है. करीब 6 सौ करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के लिए 250 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हुआ. इसके लिए तकरीबन 300 करोड़ बतौर मुआवजा बांटा गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआई ने इसका ठेका जीकेसी प्रोजेक्ट नाम की कंपनी को दे रखा था.
शुरू में काम काफी तेज चला, लेकिन आज ठप्प है. अब जबतक नया टेंडर नही हो जाता हालात ऐसे ही रहेंगे. हाल ही में चुनावी काम से फुरसत हुए जिला प्रशासन ने जल्द काम शुरू होने की उम्मीद जताई है. वहीं इस मामले में जिम्मेदार एनएचएआई के अधिकारी और कर्मचारी मर्यादा और नियमो का हवाला देकर कोई भी बयान देने जे मुह फेर रहे हैं. हालांकि धमतरी कलेक्टर आर प्रशन्ना का कहना है कि जल्द ही काम शुरू करवाने की कवायद की जाएगी.