नागरिक सुरक्षा संगठन प्रशिक्षण का समापन
भोपाल
किसी भी आपदा से निपटने को तैयार सिविल डिफेंस जिला होमगार्ड का प्रशिक्षण शिविर होमगार्ड लाइन पुलिस कंट्रोल-रूम जहाँगीराबाद के पीछे आयोजित किया गया। इस पाँच दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम में भोपाल में बनाये गये सिविल डिफेंस वालेंटियर्स को फर्स्ट रिस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षणार्थियों को आपदाओं के दौरान बचाव कार्य की तकनीक, बचाव उपकरणों का उपयोग एवं इम्प्रोमाइज्ड मैथड से बचाव, उपकरण बनाने और उनके उपयोग की विधियों के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
ट्रेनिंग प्रोग्राम के आखरी दिन सीडीआई इंस्ट्रक्टर श्री जे.एल. कोठारी ने जानकारी देते हुए बताया कि दरअसल कुदरत के कहर से निपटने में डिजास्टर मैनेजमेंट, सिविल डिफेंस, आपदा प्रबंधन की भूमिका अहम है। आपदा के शिकार लोगों की जान बचाना और उन्हें सुरक्षित जगहों पर पहुँचाने का काम आपदा प्रबंधन, सिविल डिफेंस, डिजास्टर मैनेजमेंट के लोग करते हैं। पीड़ितों या प्रभावितों को तुरंत बचाने, राहत पहुँचाने और उनकी जरूरतें पूरी करने की इन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। आपातकालीन स्थितियों में शिविरों में या प्रभावित क्षेत्रों में घायलों का इलाज भी इन्हें करना होता है। विभिन्न विभाग के मंत्रालय भी आपदा के लिये मदद करते हैं। आपदा के वक्त ऐसे पेशेवर पीड़ितों को खाना वितरित करने की व्यवस्था करते हैं। डिजास्टर मैनेजमेंट में प्रशिक्षित मैन-पॉवर की जरूरत होती है। प्रशिक्षित मैन-पॉवर आपदा प्रभावित लोगों के पुनर्वास में मदद करता है।
अधिकारियों ने कहाकि युद्ध के दौरान देश की अखण्डता की सुरक्षा के लिये संगठन सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करता है, वहीं बदले हुए परिवेश में संगठन बाढ़, आग, भूकम्प, रेल हादसे जैसी आपदाओं में बचाव, प्राथमिक इलाज राहत के कार्य करता है, जो भविष्य में भी करता रहेगा।