वन विभाग ने जब्त किए बाघ के कटे पंजे, आरोपी हिरासत में

वन विभाग ने जब्त किए बाघ के कटे पंजे, आरोपी हिरासत में

भोपाल
रातापानी अभ्यारण्य की बिनेका रेंज में वन विभाग ने बाघ को मार कर उसके पंजे काटने वाले आरोपी हरचंद आदिवासी को आज सुबह अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इसके साथ ही विभाग ने बाघ के कटे पंजे भी बरामद कर लिये हैं। इसके लिए सीसीएफ डा.एसपी तिवारी ने खुद मोर्चा सम्हाला था और वह खुद आॅन द स्पॉट पहुंच गए थे। राजधानी के पास बाघ को मार कर उसके पंजे काटने की यह पहली घटना थी जिसने विभाग को हिला दिया था। इसके लिए  विभाग की तीन टीमें तैनात की गयी थी और  वह जंगल से लगे गांवों में पूछताछ और तलाशी ले रही थी। पूछताछ के दौरान आरोपी हरचंद आदिवासी ने यह स्वीकार किया कि उसने कुल्हाड़ी से बाघ के पंजे काटे थे जिसको वह तांत्रिकों को बेंचने की फिराक में था। अब वन विभाग उसके सहयोगियों की तलाश कर रहा है। 

शहर से लगे  केरवा, कलियासोत और समरधा के जंगलों में भी अब गश्ती दल को वहां पर मौजूद लोगों की सर्चिंग और पूछताछ कर रिकार्ड बनाने को कहा गया है।  समरधा के रेंजर एके झंवर का कहना है कि  इस तरह की घटना को गंभीरता से लिया गया है और सभी वन्य प्राणियों की सुरक्षा के तंत्र की नए सिरे से समीक्षा की जा रही है।  इसके लिए सभी नाकेदारों को  वन्य प्राणियों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रिपोर्ट बनाने को कहा गया है। 

वन विभाग अब इस बात की जांच कर रहा है कि जिस बाघ के पंजे काटे गए थे वह किस तरह से मरा। पोस्टमार्टम के दौरान उस के शरीर पर न तो कोई घाव थे और न ही जहर आदि के निशान। अब इस बात की संभावना व्यक्त की जा रही है कि हो सकता है कि उसको करंट देकर मारा गया हो। इसके लिए हरचंद से पूछताछ जारी है। इस संबंध में सीसीएफ डा. तिवारी का कहना है कि बाघ के पंजे काटने की घटना को गंभीरता से लिया गया है और हरचंद के सहयोगियों की तलाश की जा रही है। इसके अलावा जंगलों में घूमने वालों पर भी सघन नजर रखी जा रही है।