पसीना आना मतलब कैलोरी बर्न, जाने ऐसे ही वर्कआउट से जुड़े मिथ

पसीना आना मतलब कैलोरी बर्न, जाने ऐसे ही वर्कआउट से जुड़े मिथ


हर कोई फिट रहना चाहता है। फिटनेस प्रेमी फिट रहने के ल‍िए काफी स्ट्रिक्‍ट रुटीन फॉलो करते है। लेकिन कई बार गलत जानकारी होने या कही-सुनी बातों को मान लेने पर सेहत बिगड़ जाती है। हम में से कई लोग है जो वर्कआउट के बारे में सुनी सुनाई बातों पर हममे से ज्यादातर लोग भरोसा करते आए हैं। जबकि सच्चाई कुछ और ही है। जैसे हम सोचते हैं कि ज्यादा पसीना यानी ज्यादा कैलोरी बर्न हुई। जबकि सच कुछ और ही है।

पसीना महज बॉडी टेम्प्रेचर को मेंटेन करने में मदद करता है। ज्यादा पसीना की वजह मौसम भी हो सकता है। ऐसी ही कई मिथ है जिन्‍हें हम अभी तक सच मानते आए है। आइए जानते है वर्कआउट को लेकर ऐसे मिथ्‍स के बारे में, जिन्‍हें हम भरोसा करते आ रहे हैं।

रात में एक्सरसाइज
कई लोगों का मनाना है कि रात के वक्त कभी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए, क्‍योंकि ऐसा करने से रात को एक्सरसाइज करने से नींद ना आने की समस्या होती है। जबकि इसके उलट रात के वक्त एक्सरसाइज करने से व्यक्ति अधिक एनर्जेटिक फील करता है। इसके साथ ही रात को वर्कआउट करने से आप दिन भर के तनाव को दूर कर सकते हैं और सोने से पहले अपने आपको हल्का महसूस करा सकते हैं।

प्रोटीन सबसे ज्यादा जरूरी
अगर आप मसल्स बनाना चाहते हैं तो शरीर में कार्बोहाइड्रेड होना बहुत जरूरी है। किसी भी काम या एक्सरसाइज को करने के लिए शरीर ताकत व एनर्जी इसी से पाता है। इसी से बॉडी के फैट को घटाकर मनचाहे रूप में लाया जा सकता है। प्रोटीन मसल्स की ग्रोथ के लिए जरूरी है। एक्सरसाइज के दौरान मसल्स को होने वाली क्षति की पूर्ति में प्रोटीन अहम रोल निभाता है।

वर्कआउट में दर्द का मतलब घटता है वजन
एक्सरसाइज के दौरान आप दर्द महसूस कर रहे हैं तो मतलब ये नहीं कि आपकी मेहनत सफल हो रही है। एक्सरसाइज के समय धीरे-धीरे सांस लेना और छोड़ना या पसीना आना अच्छी बात है, लेकिन इस दौरान किसी अंग को स्ट्रेच या जोर लगाते हुए होने वाले दर्द पर जरूर ध्यान दें। एक हद तक आपका शरीर हर चीज को सह लेता है, लेकिन कभी भी एक्सरसाइज को जबरदस्ती न करें। अगर वर्कआउट के बाद दर्द कम नहीं हो रहा है तो इस बारे में आपको ट्रेनर से बात करें।

ज्यादा पसीना आना
सबसे बड़ा मिथ तो ये है कि अगर आपको वर्कआउट करते वक्त पसीना नहीं आएगा, तो इसका मतलब कि आप सही से वर्कआउट नहीं कर रहे हैं। जबकि इस मिथ पर विश्वास करने से पहले पहले ये जानने की जरूरत है कि पसीना आना फैट बर्न नहीं बल्कि वॉटर बर्न का लक्षण है। अगर आपको वर्कआउट करते वक्त पसीना नहीं आता तो आपको अपनी मेहनत के संदर्भ में जरा भी संदेह करने की जरूरत नहीं है।

एक घंटे एक्‍सरसाइज करनी चाह‍िए
कई लोगों का मानना है कि अच्‍छे मसल्‍स और बॉडी शेप के ल‍िए आपको कम से कम रोजाना एक घंटा एक्‍सरसाइज करनी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं है अगर आप रोजाना एक्‍सरसाइज नहीं करते है तो आप दो घंटे भी एक्‍सरसाइज कर सकते है और अगर आप अपने शरीर के अनुसार एक्‍सरसाइज नहीं करते है तो रोजाना एक घंटे एक्‍सरसाइज करने का भी कोई फायदा नहीं होता है।

भारी वजन उठाना
वर्कआउट को लेकर ये मिथ काफी लोगों में है कि मसल्स बनाने के लिए भारी वजन ही उठाना पड़ता है। दरअसल में मांसपेशियों को बनाने के लिए आपको टेस्टोस्टेरोन की ज़रूरत है।