पाकिस्तान में इमरान लहर, सईद और शरीफ हुए साफ

पाकिस्तान में हुए आम चुनावों क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की लहर में कई दिग्गज धाराशायी हो गए हैं। किक्रेट के बाद अब इमरान खान राजनीती की पिच पर अपने जौहर दिखाएंगे। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की ओर से प्रधानमंत्री पद का ख्वाब देखने वाले शहबाज शरीफ चुनाव हार गए हैं, वहीं, तीसरी इस चुनाव में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरे पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष बिलावल भुट्टो भी चुनाव हार चुके हैं।  इमरान खान  को पाकिस्तान  की जनता ने वजीर-ए-आलम बना दिया है। 

अपने इश्कमिजाज नेचर के लिए बदनाम पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर व पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान पाकिस्तान चुनाव में  प्रधानमंत्री पद  के सबसे प्रमुख दावेदार थे।

शहबाज शरीफ ने लगाए आरोप
नतीजों में देरी को लेकर शहबाज़ शरीफ़ ने सेना पर धांधली के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि हमारे पोलिंग एजेंट को बाहर कर दिया गया है, वहीं चुनाव आयोग ने इस तरह के आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है। चुनाव आयोग का कहना है कि तकनीकि खामियों से नतीजों में देरी हुई है। पाकिस्तान चुनाव आयोग इमरान ख़ान और शहबाज़ शरीफ़ पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। चुनाव आयोग ने ऑन कैमरा मतदान करने और उसके बाद मीडिया को संबोधित करने के मामले में संज्ञान लिया है। चुनाव आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। 
 शरीफ जून 2013 से जून 2018 तक पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहे। उन्हें मार्च में पीएमएल-एन का अध्यक्ष चुना गया था। इससे पहले पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनके बड़े भाई नवाज शरीफ पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अयोग्य करार दिये गए थे। इसके बाद शहबाज को पार्टी ने पीएम उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट किया था. उल्लेखनीय है कि नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम को भ्रष्टाचार के मामले में एक अदालत ने क्रमश: 10 और 7 साल की सजा सुनाई है। लश्कर-ए-तैयब्बा के सरगना और मुंबई 26/11 हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफीज सईद को बी इन चुनावों में बुरी तरह से हार मिली है।