बांधवगढ़ जोन में साथ दिख रहे बाघों के पांच जोड़े

बांधवगढ़ जोन में साथ दिख रहे बाघों के पांच जोड़े

उमरिया
मानसून शुरू होते ही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों के जोड़े दिखाई दे रहे हैं। 30 जून को पार्क बंद होने के बाद जंगल में गश्त के दौरान यह बात देखने को मिल रही है कि पांच अलग-अलग स्थानों पर बाघों के जोड़े साथ रह रहे हैं। बाघों के जोड़ों का साथ अगर सफल होता है तो निश्चित तौर पर अक्टूबर तक पार्क में 20 नए शावक आ सकते हैं। पार्क प्रबंधन भी उन सभी स्थानों पर खासतौर से नजर रख रहा है जहां बाघों के जोड़े दिखाई दे रहे हैं। 30 जून को पार्क बंद होने के बाद जंगल में मनुष्यों का दखल खत्म हो गया है और जानवर पूरी तरह से उन्मुक्त होकर विचरण करने लगे हैं।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधी जोन के बहेरहा में बाघ और बाघिन का एक जोड़ा पिछले एक सप्ताह से साथ है। एक पेड़ के इर्दगिर्द ये जोड़ा ज्यादा से ज्यादा समय बिता रहा है। पिछले एक सप्ताह के दौरान इस जोड़े ने मिलकर दो बार शिकार भी किया। शिकार के बाद यह फिर अपने निर्धारित स्थान पर वापस लौट आया।

ताला जोन के अंधियारी झरिया में भी एक जोड़ा लगातार साथ दिख रहा है। यहां गश्त करने वाले श्रमिकों ने बताया कि बाघ और बाघिन का यह जोड़ा दिन-रात साथ में रहता है। ताला जोन के मुकुंदा कैंप के आसपास भी एक जोड़े को साथ में देखा जा रहा है। यह जोड़ा बीच में एक दो दिन के लिए यहां से कहीं चला गया था लेकिन शनिवार से फिर यहीं दिखाई देने लगा है।

ताला जोन के हरदिया और महामन के आसपास भी बाघों के दो जोड़े देखे जा रहे हैं। मझखेता गांव के लोगों ने बताया हरदिया के पास 28 जून से बाघ और बाघिन साथ में जमे हुए हैं। महामन में भी एक जोड़े को लगातार देखा जा रहा है। गश्त करने वाले बताते हैं कि ये जोड़े कई-कई घंटे एक साथ रहते हैं और एक ही जगह पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं। अभी तक गश्त के दौरान पांच स्थानों पर बाघ और बाघिनों का जोड़ा देखा गया है। संभावना जताई जा रही है कि कुछ और स्थानों पर भी बाघ और बाघिन एक साथ हो सकते हैं।