बाढ़ में फंसे बिहार के 19 लाख लोग, अबतक 46 की हुई मौत
पटना
बिहार में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. बाढ़ त्रासदी में अब तक बिहार के 46 लोगों की मौत हो गई है जबकि मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. सोमवार की शाम तक मौत का आंकड़ा 35 था जो मंगलवार की सुबह तक बढ़कर 46 जा पहुंचा. बिहार के 12 जिले बाढ़ग्रस्त हैं जबकि 19 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं.
मौत के आंकड़ों की बात करें तो मोतिहारी में बाढ़ से अबतक 19 लोगों की मौत हुई है जबकि अररिया में बाढ़ से अबतक 11 लोगों की जान जा चुकी है. सीतामढ़ी में बाढ़ से 11 लोगों की जान गई है वहीं किशनगंज में बाढ़ से होने वाली मौत का आंकड़ा अबतक 4 है. दरभंगा, शिवहर में बाढ़ से अब तक एक-एक लोगों की जान गई है.
सरकारी आंकड़ों की बात करें तो बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने अबतक 24 लोगों के मौत की पुष्टि की है. बिहार का मोतिहारी जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है इसके अलावा शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, कटिहार और पूर्णिया में भी बाढ़ है.
अररिया जिला सबसे अधिक प्रभावित है और इसके बाद किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जिलों की हालत बाढ़ से खराब बनी हुई है. पूर्णिया प्रमंडल के जिलों में महानंदा और उसकी सहायक नदियां कनकई, परमान और मेची बहती हैं. साथ ही सौरा और कोसी नामधारी कई छोटी नदियां भी बरसात के दिनों में रौद्ररूप ले लेती हैं. अररिया से लेकर किशनगंज के बीच एनएच 57 और एनएच 31 फिलहाल कई तरह से लाइफलाइन बना हुआ है.