बिहार में मूसलाधार बारिश से बिगड़े हालात, बाढ़ पीड़ितों की बढ़ी परेशानी
भागलपुर
बिहार में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश से पूर्वी बिहार में बाढ़ पीड़ितों की मुश्कलें बढ़ गई है। भागलपुर में शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश से भागलपुर, नवगछिया, कहलगांव के बाढ़ क्षेत्रों की हालत और बिगड़ गई है। वहीं खगड़िया, कटिहार और मुंगेर जिले में बाढ़ और बारिश से परेशानी बढ़ी है।
भागलपुर में शहरों के कई नए हिस्सों में भी पानी घुस गया है। इसको लेकर प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी करते हुए जिले के सभी सरकारी एवं गैरसरकारी स्कूलों को 28 सितंबर तक बंद कर दिया है। जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने आमलोगों से कहा है कि बारिश से बचाव एवं रोजमर्रे की आवश्यक सामग्रियां घरों में जुटा कर रखें।
यहां गंगा खतरे के निशान ने गंगा 58 सेमी ऊपर बह रही है। हालांकि पिछले 20 घंटों से गंगा का जलस्तर स्थिर बताई जा रही है। लेकिन अनवरत बारिश के कारण भागलपुर से कहलगांव के बीच नेशनल हाइवे 80 पर आधा दर्जन जगह से पानी बह रहा है। वहीं मसाढ़ू के पास कलवर्ट की दोनों तरफ के पहुंच पथ पर तेजी से कटाव हो रहा है।बारिश के कारण सड़क किनारे और खुले में रह रहे बाढ़पीड़ितों की परेशानी काफी बढ़ गई है।
भागलपुर और आसपास के इलाकों में कई हिस्सों का संपर्क एक-दूसरे से भंग हो गया है। बारिश के कारण भागलपुर और नवगछिया रेलखंड में पटरियों की दोनों ओर पानी का दबाव बढ़ गया है। इसको लेकर मालदा रेल के डीआरएम पीके मिश्रा ने लैलख और घोघा के साथ सुल्तानगंज से जमालपुर के बीच पटरियों और पुलों की सुरक्षा का जायजा लिया। सुल्तानगंज की ओर ट्रेन की गति घटा दी गई है।
वहीं खगड़िया के परबत्ता, मानसी व गोगरी प्रखंड के बाढ़ पीड़ित परिवारों को बारिश के कारण दोहरी परेशानी हो रही है। मुंगेर में
गंगा का जलस्तर घटना शुरू हो गया है। बावजूद जलस्तर डेंजर लाइन से अब भी 20 सेंटीमीटर ऊपर है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की बदहाल स्थिति जस की तस बनी हुई है।
कटिहार में नदियों का जलस्तर स्थिर है। हालांकि इन सभी नदियों का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से 60 से 138 सेंटीमीटर ऊपर है ।इस कारण से नदियों के तटबंध और स्पर पर दबाव बना हुआ है। लेकिन बारिश और बाढ़ से अहमदाबाद ,मनिहारी, बरारी ,मनसाही और कुर्सेला के साथ-साथ प्राणपुर में भी बाढ़ पीड़ितों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।