मयंक और पुजारा की फिफ्टी, पहले दिन भारत 215/2
मेलबर्न
ओपनर मयंक अग्रवाल (76) और चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 68) की शानदार हाफ सेंचुरी की बदौलत भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन अपनी पहली पारी में स्टंप्स तक 89 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 215 रन बना लिए हैं। पुजारा के साथ कप्तान विराट कोहली (47) नाबाद लौटे। चेतेश्वर पुजारा ने 200 गेंदों में 6 चौके लगाए, जबकि विराट कोहली ने 107 गेंदों का सामना किया और 6 चौके जड़े। दूसरे दिन जब भारतीय टीम मैदान पर उतरेगी तो उसकी कोशिश होगी कि तेजी से रन जुटाए और ऑस्ट्रेलिया के सामने बड़ा स्कोर खड़ा करे।
ओपनिंग जोड़ी का कारनामा
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया और इस साल छठी नई सलामी जोड़ी उतारी। विदेश में इस साल 11 टेस्ट में यह 5वीं नई शुरुआती जोड़ी थी। विहारी और अग्रवाल ने 18.5 ओवर में 40 रन बना लिए, जो गेंदों का सामना करने के मामले में टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया, न्यू जीलैंड, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में दिसंबर 2010 के बाद से भारत की सबसे बड़ी सलामी साझेदारी थी। उस समय गौतम गंभीर और वीरेंदर सहवाग ने सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 29.3 ओवर खेले थे।
मयंक-हनुमा ने यूं की शुरुआत
के एल राहुल और मुरली विजय के नाकाम रहने के कारण अग्रवाल को मौका दिया गया, जिसने आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए ढीली गेंदों को नसीहत दी। बल्लेबाजों की मददगार पिच पर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को खास मदद नहीं मिली। नाथन लियोन को 8वें ही ओवर में गेंद सौंप दी गई। घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा कर रहे मयंक ने अपने खेल के अनुरूप बल्लेबाजी की और स्ट्राइक रोटेट करते रहे। वहीं पहली बार ओपनिंग करने उतरे हनुमा विहारी ने खाता खोलने के लिए 22 गेंदें लीं।
धीमी, लेकिन उपयोगी पारी
बेशक विहारी ने धीमी पारी खेली लेकिन उन्होंने एक छोर संभाले रखते हुए वही किया जिसकी टीम को जरूरत थी। उम्मीद के विपरित विकेट से तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिल रही और विकेट काफी स्लो खेल रही है। इस लिहाज से विहारी का पारी अच्छी रही। दूसरे छोर से मयंक आत्मविश्वास के साथ ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना किया। विहारी को पैट कमिंस ने 19वें ओवर में स्लिप में आरोन फिंच के हाथों लपकवाया।
मयंक का रेकॉर्ड अर्धशतक
हनुमा के आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए चेतेश्वर पुजारा ने मयंक का बखूबी साथ निभाया। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी की। इस दौरान मयंक ने नाथन लायन की गेंद पर चौका लगाते हुए अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। पुजारा ने सीनियर खिलाड़ी होने के नाते बड़ी शिद्दत से उन्हें बधाई दी और एमसीजी में मौजूद तमाम खेल प्रेमियों ने खड़े होकर तालियां बजाते हुए इस युवा की हौसलाअफजाई की। ऐसा लग रहा था कि भारत दूसरा सत्र बिना कोई विकेट गंवाए निकाल देगा, लेकिन तभी कमिंस ने लेग स्टम्प पर डाली गई अपनी एक बाउंसर पर मयंक का संयम तोड़ दिया।
गेंद मयंक के दस्ताने को छूते हुए पेन के हाथों में चली गई। उन्होंने 161 गेंदों में 8 चौके और एक छक्का की मदद से 76 रन बनाए। उनके आउट होने के तुरंत बाद चायकाल की घोषणा हो गई। इसके बाद कप्तान विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने भारत को कोई झटका नहीं लगने दिया। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए अब तक 92 रन जोड़े हैं।