मराठा आरक्षण: प्रदर्शनकारियों से बातचीत को तैयार महाराष्ट्र सरकार- CM फडणवीस

मुंबई 
महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा राज्यव्यापी प्रदर्शन हिंसक होने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पूरे मामले पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के विरोध का संज्ञान लिया है और इसपर कई फैसले लिए हैं. सरकार उनसे बात करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के आरक्षण के लिए कानून बनाया था लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने उसपर स्टे लगा दिया था.

इससे पहले, प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए. आज मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद का आह्वान किया था. मुंबई में सुबह कई जगहों पर बेस्ट बसों पर पथराव किया गया. ठाणे में ट्रेनें रोक दी गईं. लेकिन दोपहर होते-होते हिंसा तेज होते देख मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद वापस ले लिया. हालांकि, ठाणे और नवी मुंबई में प्रदर्शन जारी रहेगा.

औरंगाबाद में किसान जगन्नाथ सोनावने ने आरक्षण की मांग को लेकर जहर खा लिया. उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई.

नवी मुंबई में स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं. ठाणे और जोगेश्वरी में लोकल ट्रेनों को भी रोका गया. इस कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को भी फूंक दिया था और दो प्रदर्शनकारियों ने खुदकुशी करने की कोशिश की.

महाराष्ट्र बंद का सबसे ज्यादा असर औरंगाबाद और आसपास के जिलों में देखने को मिला है. जहां कल आरक्षण के पक्ष में निकाले गए मार्च के दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी. जहर खाने वाले दूसरे प्रदर्शनकारी की भी अस्पताल में मौत हो गई. इस शख्स का नाम जग्गनाथ सोणानने बताया जा रहा है.

30 फीसदी हैं मराठा समुदाय...

राजनीतिक तौर पर प्रभावशाली मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का मामला बेहद विवादास्पद मुद्दा है. राज्य की आबादी में करीब 30 फीसदी मराठा हैं. इसके पहले समुदाय के नेता अपनी मांगों को लेकर विभिन्न जिलों में रैलियां निकाल चुके हैं. पिछले साल मुंबई में मराठा क्रांति मोर्चा ने एक बड़ी रैली का आयोजन किया था.