महागठबंधन की संभावना को झटका, मध्यप्रदेश में अकेले चुनाव लड़ेगी BSP
आजमगढ़
बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन की संभावनाओं को भारी झटका लगा है. मध्यप्रदेश में अगले लोकसभा चुनाव में बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP) अकेले चुनाव लड़ेगी. मायावती की पार्टी बीएसपी ने सभी 29 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है. बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी गौतम ने पार्टी की एक अहम बैठक में इसका ऐलान किया.
मायावती ने पिछले दिनों मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान भी किसी के साथ गठबंधन नहीं किया था. पिछले कुछ समय से महागठबंधन को लेकर कोशिशें चल रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने महागठबंधन की एक बैठक दिल्ली में बुलाई थी, लेकिन इसमें मायावती शामिल नहीं हुई थी.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में बसपा को सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली थी. भिंड में संजीव सिंह बड़े वोटों के अंतर से जीते हैं तो वहीं पथरिया से रामबाईट गोविंद सिह ने 2205 वोट से जीत हासिल की है. इस बार बीएसपी के वोट शेयर की बात करें तो प्रदेश की सभी पार्टियों में चौथे नंबर पर उनको वोट मिले.
बता दें कि ऐसी खबरें भी आई हैं कि लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में भी सपा और बसपा मिलकर लड़ेंगे. दोनों पार्टियों ने कांग्रेस को साथ नहीं लेने का फैसला किया है. सूत्रों के अनुसार, आपसी गठबंधन के तहत बसपा 38, सपा 37 और रालोद तीन सीटों पर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा लेगी. हालांकि चुनाव परिणाम आने के बाद गठबंधन की गुंजाइश बनी रहे, लिहाजा गठबंधन कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली में गठबंधन प्रत्याशी नहीं उतारेगा. साथ ही सपा अपने कोटे की कुछ सीटें भी अन्य छोटे दल जैसे निषाद पार्टी, पीस पार्टी को दे सकती है.