मिल रहा है इथेनॉल मिक्स पेट्रोल, उपभोक्ताओं ने किया विरोध
बुरहानपुर
बुरहानपुर में केंद्र सरकार के निर्देश पर पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिलाये जाने के फैसले का विरोध शुरू हो गया है. पेट्रोलियम कंपनियों के इस फैसले को उपभोक्ताओं और पेट्रोल पंप संचालकों ने नकार दिया है. विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बारिश के मौसम में ऐसा निर्णय लेना उचित नहीं है, क्षेत्र की जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. उपभोक्ताओं के हक में इस निर्णय पर पुनर्विचार करने के लिए कांग्रेस आंदोलन करेगी.
शुगर मिलों के बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के निर्देशों पर पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिलाना शुरू कर दिया है. 3 जुलाई से पेट्रोल पंप से इथेनॉल मिला पेट्रोल मिल रहा है. इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इथेनॉल मिले पेट्रोल के संपर्क में पानी आने के बाद पेट्रोल भी पानी में बदल जाता है.
वाहनों में इसका इस्तेमाल होने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. अगर समय पर पेट्रोल टैंक की सफाई नहीं करवाई जाती तो वाहन बंद पड़ जाएगा. आलम यह है कि बारिश के मौसम में पेट्रोल पंप संचालकों के बड़े टैंकरों में भी इथेनॉल मिला होने के कारण हजारों लीटर पेट्रोल पानी बन रहा है, जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
सरकार व पेट्रोलियम कंपनियों को इस समस्या से बचाने के लिए उपभोक्ताओं को जागरूक करना आवश्यक है, लेकिन कुछ ही पेट्रोल पंप पर इथेनॉल मिक्स पेट्रोल संबंधी बैनर लगे हैं. सरकार ने पेट्रोल में इथेनॉल मिलाना तो शुरू कर दिया है, लेकिन क्षेत्र की जनता को इसके लिए जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाने चाहिए.
इथेनॉल मिक्स पेट्रोल सरकारी पेट्रोल पंप से ही मिलेगा. जिले भर में 23 सरकारी और 4 निजी पेट्रोल पंप है. शहर में 10 से ज्यादा पेट्रोल पंप हैं, इसके अलावा खकनार, डोईफोड़िया, शाहपुर, धूलकोट, निंबोला क्षेत्र में पंप है.