मिलावटखोरों पर सख्त कार्यवाही : मंत्री सिलावट

मिलावटखोरों पर सख्त कार्यवाही : मंत्री  सिलावट

भोपाल
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि मिलावटखोरों के खिलाफ कार्यवाही तब तक जारी रहेगी जब तक कि प्रदेश में मिलावटखोरी पूरी तरह से बंद नहीं हो जाती। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ और उनके द्वारा साफ कर दिया गया है कि मिलावटखोरों को मिलावटखोरी छोड़ना पड़ेगी। जो ऐसा नहीं करेंगे उनकी जगह जेल में होगी।

नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन  रविन्द्र सिंह ने बताया कि इंदौर मेँ आज दो मिलावटखोरों पर रासुका लगाई है। मिलावटखोरों के खिलाफ 19 जुलाई से शुरू किये गये अभियान में 9 अगस्त तक 5 पर रासुका और 17 पर एफआईआर हो चुकी है।

नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन रविन्द्र सिंह ने बताया कि गत 19 जुलाई से मिलावटखोरों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में विभिन्न खाद्य पदार्थों के 8 अगस्त तक जाँच के लिए  2724 नमूने  लिये गये हैं। जाँच के लिऐ 8 अगस्त को  लिए गये 110 नमूनों मेँ    मावा के 8,  दूध के   28,  घी के 11,   पनीर के 5 तथा अन्य दूध उत्पाद के  18  और खाद्य नमूनों के 40  नमूने लिए गये ।

खाद्य प्रयोगशाला द्वारा नमूनों का विश्लेषण किया जा रहा है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन राज्य  प्रयोगशाला द्वारा  7 अगस्त तक 272  नमूनों की जाँच की  रिपोर्ट ज़ारी की गई ।  ज़ारी की गई 272 नमूनों की जाँच रिपोर्ट  मेँ  मिथ्या छाप 18, अवमानक 91,  अपद्रव्य 4,  असुरक्षित 3  और एक   नमूना प्रतिबंधित स्तर का पाया गया। नमूनों के  विश्लेषण मेँ 155  नमूने मानक  स्तर के पाए गये ।

नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन  सिंह ने बताया कि 7 अगस्त को रायसेन जिले में एक और धार जिले में 2 एफआईआर दर्ज की गई हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों को इंदौर के 2 प्रतिष्ठानों से लिये गये पनीर, घी, दूध के नमूने जाँच में अवमानक पाये जाने पर इन प्रतिष्ठानों के मालिकों के विरुद्ध रासुका लगाई गई है।