यूपी विधानपरिषद में तिवारी और कुमार के निधन पर व्यक्त किया गया शोक, सदन की कार्रवाई स्थगित
लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानपरिषद में मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। उसके बाद सदन की कार्रवाई पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पूर्व विधानसभा परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था और बुलंदशहर में पुलिस इंस्पेक्टर हत्याकांड के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर धरना प्रदर्शन किया।
परिषद की कार्रवाई मंगलवार सुबह 11 बजे शुरू हुई। सभापति रमेश यादव ने सबसे पहले केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन पर दुख व्यक्त किया और सदन में कुछ पल का मौन रखकर उन्हें श्रद्यांजलि दी। इसके बाद उप्र और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के निधन पर दुख व्यक्त किया। तिवारी के निधन पर शोक प्रकट करने वालों में सदन के नेता दिनेश शर्मा, नेता विपक्ष अहमद हसन तथा अन्य दलों के विधायक शामिल थे। इन नेताओं ने तिवारी के प्रदेश के लिए किए गए विकास कार्यों के बारे में जानकारी देकर उन्हें याद किया। बाद में सभी ने कुछ पल का मौन रखा।
विधानपरिषद में विपक्ष के नेता सपा के अहमद हसन ने पत्रकारों से बताया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत खराब है, बुलंदशहर में पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी को प्रदेश सरकार संरक्षण दे रही है। उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है। इसी साल अगस्त में हुए देवरिया शेल्टर कांड में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच को कहा था कि लेकिन आज तक सीबीआई जांच का आदेश नहीं दिया गया।