योगी ही नहीं माया और सपा सरकार में भी बदले हैं शहरों के नाम, दिलचस्प रहा हाथरस का इतिहास

योगी ही नहीं माया और सपा सरकार में भी बदले हैं शहरों के नाम, दिलचस्प रहा हाथरस का इतिहास

 
 
नाम बदलना हमेशा से ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण रहा है। इन दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शहरों का नाम बदलने पर कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भी कई बार शहरों के नाम बदल चुके हैं। फिर चाहे वो बसपा सुप्रीमों मायावती का राज हो या फिर समाजवादी सरकार का।  

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जब 2012 में सत्ता में काबिज हुए तो उन्होंने पूर्व की मायावती सरकार के कई फैसले पलट दिए। जिसमें सबसे खास उन्होंने मायावती द्वारा बदले शहरों के नामों में परिवर्तन किया। 

मायावती द्वारा रखे इन शहरों के अखिलेश ने बदले नाम

महामाया नगर - हाथरस 
काशीराम नगर - कासगंज
प्रबुद्धनगर - शामली 
पंचशील नगर - हापुड़ 
भीमनगर - बहजोई 
ज्योतिबाफूले नगर - अमरोहा 
रमाबाई नगर - कानपुर देहात छत्रपति 
शाहूजी महाराज नगर - गौरीगंज 

 इन सब शहरों में सबसे खास रहा हाथरस। 1997 से 2012 के बीच 15 सालों में इस शहर का नाम 6 बार बदला जा चुका है। मायावती जब 1997 में दूसरी बार सत्ता में आई तो उन्होंने हाथरस शहर का नाम महामायानगर कर दिया। उसके बाद 1997-1998 में कल्याण सिंह का शासन आया जिसमें उन्होंने महामायानगर को दोबारा से हाथरस कर दिया। 2002 में फिर से मायावती मुख्यमंत्री बनी उन्होंने फिर से हाथरस को महामायानगर कर दिया। 
 2006 में सपा के सरंक्षक मुलायम सिंह सत्ता पर काबिज हुए उन्होंने भी गद्दी पर बैठते ही महामायानगर को हाथरस कर दिया। 2007 में मायावती पुनः मुख्यमंत्री बनी उन्होंने मुलायम का फैसला पलटते हुए फिर से शहर का नाम बदल दिया। 2012 में जब सपा अध्यक्ष अखिलेश की सरकार बनी तो उन्होंने भी महामायानगर को फिर से हाथरस कर दिया। हालांकि मायावती ने फरवरी 2017 में रैली में ऐलान किया कि वो सत्ता में आती हैं तो वो फिर हाथरस का नाम गौतम बुद्ध की मां महामाया के नाम पर करेंगी।