रात को काशी की सड़कों पर निकले CM योगी, विकास कार्यों की जानी हकीकत

काशी
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार से दो दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में है. जहां उन्होंने देर रात परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण कर विकास कार्यो की जमीनी हकीकत जानी. जगह-जगह गडढ़े और हिचकोले खाते जब वे पहुंचे तो उन्होंने मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों की जमकर क्लास ली. बता दें कि सीएम बनने के बाद योगी 29वीं बार वाराणसी के दौरे पर आए है.

सीएम योगी का काफिला लमही गांव से निकलकर ऐढ़े के पास रुका. जहां वाराणसी-सुल्तानपुर सड़क की धीमी प्रगति पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से नाराजगी जाहिर की. रिंग रोड के किनारे जमीन के नोटिफिकेशन करने की बात अधिकारियों से कही. इसके अलावा निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. इस दौरान सीएम योगी ने इस कार्य को पूरा करने के लिए 30 सितंबर तक की समयसीमा तय की हैं.

एसटीपी पहुंचते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने हेलमेट पहना और सीधे ऊपरी मंजिल पर पहुंचे. वहां अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद एसटीपी को 30 सितंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक गंगा की अविरलता, निर्मलता को लेकर अभियान चल रहा है. सालिड, लिक्विड वेस्ट गंगा में न गिरे इसके लिए परियोजना के तहत काम चल रहा है. वहीं सीएम ने वाराणसी के विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक सर्किट हाउस में की.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सारनाथ स्थित पुरातात्विक संग्रहालय पहुंचे. उन्होंने फसाड लाइट में रोशन म्यूजियम को देखा. थोड़ी देर कैंपस में रुके और अधिकारियों से मंत्रणा की. साथ ही लाइटिंग और कैंपस को और बेहतर बनाने का सुझाव दिया. सीएम योगी आदित्यनाथ के दो दिवसीय दौरे के मद्देनजर प्रशासनिक मशीनरी एक बार फिर आंकड़ेबाजी में जुट गई है. आंकड़ों के जरिए मुख्यमंत्री को कामों की संतोषजनक प्रगति का दावा किया जाएगा.