राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंचे बस्तर, मौसम साफ होने के बाद दंतेवाड़ा के लिए रवाना
जगदलपुर
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद छत्तीसगढ़ के बस्तर पहुंच चुके हैं. जगदलपुर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उनका स्वागत किया. जगदलपुर का मौसम खराब होने के कारण राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर दंतेवाड़ा के लिए टेकआॅफ नहीं कर पा रहा था. इसके चलते राष्ट्रपति को जगदलपुर एयरपोर्ट के वीआईपी लाउंज में ठहराया गया था. अब से कुछ देर पहले ही मौसम साफ होने के बाद रामनाथ कोविंद हेलीकॉप्टर से दंतेवाड़ा के जावंगा के लिए रवाना हो गए हैं. जावंगा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे. इसी दौरान वे एजुकेशन सिटी के आश्रम में रहकर पढ़ाई कर रहे नक्सल प्रभावित क्षेत्र के आदिवासी बच्चों से मुलाकात करेंगे. इसके साथ ही राष्ट्रपति उनके साथ भोजन भी करेंगे.
गौरतलब है कि रामनाथ कोविंद द्वारा राष्ट्रपति पद की शपथ की आज पहली वर्षगांठ है. राष्ट्रपति पद पर शपथ लेने की पहली वर्षगांठ रामनाथ कोविंद आदिवासियों के साथ मनाने पहुंचे हैं. इसके तहत ही 25 व 26 जुलाई को वे बस्तर प्रवास पर हैं. इस दो दिवसीय प्रवास के दौरान राष्ट्रपति दंतेवाड़ा और जगदलपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
दंतेवाड़ा प्रवास पर पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बुधवार को जिले में 8 घंटे गुजारेंगे. जावंगा पहुंचने के बाद राष्ट्रपति हीरानार समन्वित कृषि प्रणाली मॉडल विलेज जाएंगे. यहां वे कृषि प्रणाली का अवलोकन करने साथ ही कृषक और महिला समूह की की महिलाओं से चर्चा भी करेंगे. इसके बाद 11.55 को वनांचल कल्याण आश्रम स्कूल पहुंच बच्चों के साथ चर्चा और भोजन करेंगे.
दोपहर करीब एक बजे आश्रम से राष्ट्रपति कोविंद दंतेवाड़ा पहुंचकर मां दंतेश्वरी मंदिर में देवी दर्शन करेंगे. 10 मिनट मंदिर में पूजा अर्चना कर सर्किट हाउस पहुंचेंगे. 1.20 से 2.50 बजे तक विश्राम का समय रखा गया है. राष्ट्रपति के तय कार्यक्रम के अनुसार 3.20 बजे जावंगा पहुंचेगे दिव्यांग बच्चों की संस्था समक्ष का अवलोकन करेंगे. पांच मिनट बाद जावंगा के आस्था स्कूल पहुंच बच्चों से चर्चा, स्मार्ट क्लास का अवलोकन सहित एलईडी स्क्रीन पर एजुकेशन सिटी की गतिविधियों से अवगत होंगे. इसके बाद 3.50 बजे युवा बीपीओ कॉल सेंटर का अवलोकन के बाद 4.30 बजे जावंगा हेलीपेड पहुंचेंगे. वहां से विशेष हेलीकाप्टर में चित्रकोट जलप्रपात के लिए रवाना होंगे.