लाइसेंसधारी व्यापारी बताकर खेत से खरीदे प्याज, 91 हजार का थमाया चेक हुआ बाउंस

लाइसेंसधारी व्यापारी बताकर खेत से खरीदे प्याज, 91 हजार का थमाया चेक हुआ बाउंस

रतलाम
 लहसुन-प्याज मंडी रतलाम में लायसेंसधारी व्यापारी बताकर किसान के खेत से प्याज खरीदकर २ लाख राशि देकर 91,303 रुपए का चेक थमाया, लेकिन जब किसान ने चेक बैंक में लगाया तो राशि नहीं होने के कारण बांउस होगा। मंडी कर्मचारी भी चेक बाउंस होने के बाद मामले को रफादफा कर राशि दिलाने की बात किसान से करते रहे, सब्जी मंडी कर्मचारी ने भी उक्त खरीदार को बुलाकर राशि लौटाने की बात कही, लेकिन कुछ दिनों तक टालमटोल करता रहा, फिर बाद में राशि देने से मना कर दिया। इस पर किसान ओमप्रकाश बालाराम पाटीदार हतनारा ने राशि नहीं देने पर बगैर लायसेंस के मंडी में व्यापार कर किसानों के साथ जालसाजी कर झांसा देने की शिकायत एसपी रतलाम, कृषि उपज मंडी सचिव से जांच कर कार्यवाही की मांग कर तथाकथित फर्जी व्यापारी के विरूद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाही की मांग की। बताया जाता है कि उक्त व्यक्ति बगैर लायसेंस के अन्य फर्मा पर काम कर किसानों को बरगलाने का काम करता आ रहा है। चेक बाउंस होने के बाद भी किसानों के ढेर पर नीलामी के दौरान बोली लगा रहा था और मंडी कर्मचारी मुकदर्शक बने देख रहे थे। 

तनारा के कृषक ओमप्रकाश पाटीदार ने शिकायत में बताया कि एहमद हुसैन उर्फ इमरान निवासी कसाई मंडी ने मंडी का लायसेंसशुदा व्यापारी बताकर झांसे में लेकर खेत से 478 क्विंटल 15 किलोग्राम प्याज ६ रुपए ९ पैसे प्रति किलोग्राम की दर से 20 सितंबर 2018 को खरीदा था। 2 लाख रुपए दिए और ९१०३० रुपए का चेक हस्ताक्षरित सिडिंकेट बैंक शाखा रतलाम के खाता क्रमांक 78702010036540 का चेक क्रमांक 235803 दिनांक 13.11.2018 का दिया। उक्त दिनांक को अपनी बैंक ऑफ इंडिया शाखा कस्तुरबानगर में प्रस्तुत करने पर बिना भुगतान के वापस प्राप्त हो गया। यह बात जब उक्त व्यापारी को बताई तो भुगतान करने में आनाकानी करने लगा और राशि नहीं दी। जिससे मुझे आर्थिक और मानसिक हानि हुई है। पाटीदार ने शिकायत में बताया कि वर्तमान में कई अन्य किसानों की कृषि उपज भी इसी तरह की खरीद कर बोगस चेक दे रहा है साथ ही आज भी मंडी में स्वयं को वैधानिक व्यापारी बताकर कृषि उपज की बोली लगा रहा है। 

तीन माह से सुबह-शाम कर रहा था

ओमप्रकाश पाटीदार ने बताया कि मेरा प्याज का ९१०३० रुपए लेना है, एहमद हुसैन ने जो चेक दिया था वह बाउंस हो गया। माल घर से उठाया था, वह बताकर ले गया था कि मैं बड़ा व्यापारी हूं और बाऊचर बना दूंगा यह कहकर ले गया था। बाद में पता चला की उसके नाम का लायसेंस ही नहीं है। यह मालूम था कि वह एक तरफा माल खरीद रहा है। २ लाख रुपए दिए, बाकि का चेक दिया था। मैने इसकी शिकायत एसपी और मंडी सचिव को की है। आज दिन में मेरी मंडी सचिव से बात हुई थी, वह राशि नगद दिलाने और निकाल करवाने की बात कह रहे थे, लेकिन मुझे काम था इसलिए मैं नहीं जा सका। इससे पहले मेरी बात व्यासजी से बात हुई थी, मुझे पास बिठाया था वह तीन माह से सुबह-शाम कर रहा था। व्यासजी ने भी कहा था कि दिलवा दूंगा। इसके बाद उसने नहीं दिया तो फिर चेक बैंक में लगा दिया। 

&कार्यवाही कर दी है, किसान को तीन बार फोन लगाया, जिसने किसान को चेक दिया था वह पेमेंट देने के लिए तैयार था, बुला लिया था। किसान उपस्थित नहीं हुआ। बगैर लायसेंस के माल नहीं खरीदता है क्या कोई, प्रथम दृष्टिया तो पैसे दिलाने की बात है। बगैर लायसेंस के लोग धंधा करते है, उनको बैचते है बाहर ले जाकर मंडी सचिव की क्या गलती है। किसान उनको बाहर से सौदा कर देता है। मंडी का कोई दस्तावेज भी किसान पास है नहीं। जानकारी संज्ञान में आई है तो देखेंगे, जो भी कार्यवाही होगी करेंगे। 

एमएल बारसे, सचिव कृषि उपज मंडी, रतलाम