लोकसभा के पहले दिन सांसदों की शपथ, मोदी के बगल में राजनाथ, सुषमा की जगह पर शाह

नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत चुने हुए सभी नए सांसदों को आज 17वीं लोकसभा के पहले दिन पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण के साथ ही कई नए चेहरे शामिल हुए और उनकी नई जगह ने सबका ध्यान खींचा। अमित शाह को गृहमंत्री बनाए जाने के बाद ऐसी अटकलें थीं कि शाह को ही सरकार में नंबर 2 का दर्जा मिल सकता है। हालांकि, सब अटकलों पर विराम लगाते हुए आज नजर आया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ही सरकार में नंबर 2 रहेंगे, उन्हें पीएम मोदी के बगल वाली सीट मिली है।
सुषमा स्वराज की सीट पर शाह, आडवाणी की जगह पर गहलोत
पिछली सरकार में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज ने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। सुषमा जिस जगह पर बैठती थीं वह जगह इस बार अमित शाह को मिली है। पिछली लोकसभा में जो सीट पर लालकृष्ण आडवाणी की थी, वह सीट पर इस बार राजस्थान से सांसद थावरचंद गहलोत को मिली है।
मोदी-मोदी के नारों के बीच पीएम ने लिया शपथ
परंपरा के अनुसार सबसे पहले प्रधानमंत्री ने शपथ ली। पीएम मोदी जब शपथ लेने आए तो बीजेपी सांसदों ने मेज थपथपाकर मोदी-मोदी के नारों से स्वागत किया। पीएम मोदी ने हिंदी में पद की शपथ ली। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने पंजाबी में जबकि, अमित शाह, राजनाथ सिंह ने हिंदी में ही शपथ ली।
पहली पंक्ति में नजर आए कई केंद्रीय मंत्री
मोदी कैबिनेट के कई वरिष्ठ मंत्री पहली पंक्ति में नजर आए। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, सदानंद गौड़ा, और पटना साहिब लोकसभा सीट से शत्रुघ्न सिन्हा को हराकर सदन पहुंचे रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर और हरसिमरत कौर पहली पंक्ति में दिखे। रामविलास पासवान भी सदन में मंत्री होने के कारण मौजूद थे, लेकिन इस बार वह लोकसभा के सदस्य नहीं है। माना जा रहा है कि खाली हुई राज्यसभा की सीटों में से एक सीट से उन्हें राज्य सभा भेजा जाएगा। चुनाव से पहले ही एलजेपी और बीजेपी के बीच यह समझौता हो गया था।
इस बार कई दिग्गज चेहरे सदन में नहीं दिखेंगे
कांग्रेस और बीजेपी दोनों के ही कई दिग्गज चेहरे इस बार सदन में नजर नहीं आएंगे। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती जैसे दिग्गजों ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा। कांग्रेस के कई बड़े चेहरे मल्लिकार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, गौरव गोगोई, दीपेंदर हुड्डा चुनाव हारने के कारण सदन में नहीं नजर आएंगे।