वंशवाद से नहीं मुक्त हो पाई कांग्रेस की पहली लिस्ट, कई दिग्गज नेताओं के परिवार से 2 से 3 लोगों को टिकट

वंशवाद से नहीं मुक्त हो पाई कांग्रेस की पहली लिस्ट, कई दिग्गज नेताओं के परिवार से 2 से 3 लोगों को टिकट

भोपाल
 मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली लिस्ट में वंशवाद देखने क मिला है। कांग्रेस ने 155 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची शनिवार को जारी की है। टिकट वितरण से पहले कहा जा रहा था कि टिकट वितरण में पार्टी के सर्वे को प्राथमिकता दी जाएगी लेकिन पहली लिस्ट में वंशवाद जमकर चला। कई बड़े नेताओं के बेटे, भाई और रिश्तेदारों पर कांग्रेस ने दांव लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद दिग्विजय सिंह ने विधायक पुत्र जयवर्द्घन सिंह को राघौगढ़, छोटे भाई पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह को चाचोड़ा और भतीजे प्रियव्रत सिंह को खिलचीपुर से टिकट दिलाया है।


भूरिया के परिवार को भी मिला टिकट
कांग्रेस ने सांसद कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को झाबुआ और भतीजी कलावती भूरिया को जोबट विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है। पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी के छोटे भाई आलोक चतुर्वेदी को छतरपुर से मौका मिला है। सुंदरलाल तिवारी की बहू अरुणा तिवारी को सिरमौर विधानसभा सीट से मौका मिला है। पूर्व मंत्री इंद्रजीत पटेल के बेटे कमलेश्वर पटेल मैदान को टिकट दिया गया है। पूर्व मंत्री हजारीलाल रघुवंशी के बेटे को सिवनी मालवा, जमुनादेवी के भतीजे उमंग सिंघार को गंधवानी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के भाई सचिन यादव को कसरावद से टिकट मिला है।

लक्ष्मण सिंह तीसरी बार लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को भी इस बार कांग्रेस ने विधानसभा का टिकट दिया है। लक्ष्मण सिंह तीसरी बार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। इसके पहले भी वे कांग्रेस के टिकट से दो बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। लक्ष्मण सिंह आखिरी बार लोकसभा चुनाव में विदिशा सीट से बीजेपी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं जहां उनको हार मिली थी। वहीं, दिग्विजय सिंह ने भतीजे प्रियव्रत सिंह को खिलजीपुर से टिकट दिया है। कांग्रेस में कई परिवार से दो लोगों को टिकट दिया गया है।