शरीर का रोग और जीवन से ऋण निकाल दे : राज्यमंत्री श्री पाटीदार

खरगौन
व्यक्ति को अपने शरीर से रोग और जीवन से ऋण दोनों को हमेशा के लिए निकला देना चाहिए। क्योंकि दोनों जीवन के लिए दुःखदायी होते है। इन दोनों को समाप्त कर एक कुशल व समृद्ध समाज बनाना चाहिए। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति हमारे ऋर्षि मुनियों की दी हुई देन हैं। आज लोगों का इस पर विश्वास है। व्यक्ति की बड़ी से बड़ी बीमारी का जड़ से इलाज भी इसी पद्धति से है। आयुर्वेद में एक बार जिस बीमारी का ईलाज हो जाता है, वह दुबारा नहीं होती है। यह बात प्रदेश के श्रम एवं कृषि राज्यमंत्री श्री बालकृष्ण पाटीदार ने मंगलवार को जवाहर मार्ग स्थित पुरानी जेल के पीछे 91.93 लाख रूपए की लागत से बनने वाले आयुष कार्यालय के भूमिपूजन अवसर पर कहीं। इस अवसर पुलिस अधीक्षक श्री डी कल्याण चक्रवर्ती, आयुश अधिकारी डॉ. वासुदेव आसल्कर, डॉ. संतोष मौर्य, मंडी उपाध्यक्ष श्री छोटू कुशवाह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं डॉक्टर्स उपस्थित रहे।

 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री शशि भूषण सिंह ने कहा कि आज आयुर्वेद पर लोगों का विश्वास बढ़ा है। आज अगर किसी व्यक्ति को बीमारी होती है, तो वह पहले आयुर्वेद चिकित्सालय ही जाता है। क्योंकि उसको विश्वास है कि वह आयुर्वेद के इलाज से जल्दी ठीक हो जाए। शासन द्वारा आज नागरिकों की सुविधा के लिए कई मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। अभी पिछले दिनों उमरखली रोड़ का राज्यमंत्री श्री पाटीदार द्वारा भूमिपूजन किया गया। कलेक्टर श्री सिंह ने यह भी कहा कि शहर में दिनों दिन हो रही पार्किंग की अव्यवस्था को भी जल्द से जल्द दूर किया जाएगा। कार्यक्रम के प्रारंभ होने से पूर्व राज्यमंत्री श्री पाटीदार, कलेक्टर श्री सिंह एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा भगवान धनवंतरी की पूजन किया। भूमिपूजन का कार्यक्रम पंडित जगदीश ठक्कर द्वारा संपन्न कराया गया।