समीक्षा बैठक : कंटेनमेंट क्षेत्र में 3 बार स्वास्थ्य परीक्षण कराएं
मंडला
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने निर्देशित किया कोरोना केयर सेंटर एवं क्वांरेटाइन सेंटर में शौचालय, बिस्तर, भोजन, दवाओं सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण रखीं जायें। विकासखण्ड स्तर में उपचार एवं क्वांरेटाइन की व्यवस्था करना संबंधित बीएमओ की जिम्मेदारी है। वे एसडीएम एवं जनपद सीईओ से समन्वय कर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित किया कि घोषित कंटेनमेंट क्षेत्रों में सतत नजर रखी जाये। वहां किसी भी प्रकार का आवागमन नहीं होना चाहिये।
सुनिश्चित किया जाये कि कंटनमेंट क्षेत्र से कोई भी व्यक्ति बाहर न निकले और न ही कोई व्यक्ति उस क्षेत्र में प्रवेश कर सके। कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि कंटनमेंट क्षेत्र में रहने वाले लोगों का 3 बार स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाये। कोरोना मरीज मिलते ही, कंटनमेंट अवधि के मध्य में एवं कंटेंनमेंट की अवधि समाप्त होने के पूर्व संबंधित क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाये। इसी प्रकार होम क्वांरेटाइन व्यक्तियों की सूची एसडीएम से साझा कर आशा एवं एएनएम के माध्यम से उनका सप्ताह में 2 बार स्वास्थ्य परीक्षण करायें।
शासकीय कर्मचारियों से करायें सामग्री वितरण
कंटनमेंट क्षेत्रों में की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुये कलेक्टर हर्षिका सिंह ने निर्देशित किया कंटनमेंट क्षेत्रों में पेयजल, खाद्यान्न एवं दवा सहित अन्य वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। किसी भी व्यक्ति को कंटनमेंट क्षेत्र में सामग्री वितरण के लिये नहीं जाने दिया जाये। व्यक्ति या संस्था द्वारा वितरित की जाने वाली सामग्री का वितरण भी पीपीई किट पहने शासकीय कर्मचारियों के माध्यम से ही कराया जाये।
बैठकों का आयोजन नहीं होने दें
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिये उसकी श्रृंखला को तोडना आवश्यक है। अत: कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होने दें। सोशल डिस्टेंडिंग को सख्ती से पालन करायें। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि जिले में किसी भी प्रकार की बैठकों का आयोजन नहीं होने दें, संबंधितों को वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठकों के आयोजन के लिये प्रेरित करें।
अपात्रों की सूची पंचायत भवन में चस्पा करें
पात्रता सूची की समीक्षा करते हुये कलेक्टर हर्षिका सिंह ने निर्देशित किया कि ऐसे पात्र परिवार जिन्हें पात्रता पर्ची नहीं मिली है उनका आधार सीडिंग का कार्य जल्द पूर्ण करें। परिवार के प्रत्येक सदस्यों की आधार सीडिंग किया जाना है। अपात्रतों की सूची ग्राम पंचायत भवन में चस्पा कर दावे आपत्ति आमंत्रित करें। अपात्रों की सूची स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध करायें। शासन के दिशा निदेर्शों के अनुरूप सजगता से कार्य करते हुये समय सीमा में दावे आपत्तियों का निराकरण करें।
इन बिन्दुओं पर भी हुई चर्चा
बैठक में कलेक्टर हर्षिका सिंह ने सेम फ्री अभियान की समीक्षा करते हुये महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारियों को अगले एक माह में कम से एक गांव को कुपोषणमुक्त कराने का लक्ष्य दिया है। उन्होंने कुपोषित बच्चों के लिये पौष्टिक आहार वितरण की जानकारी भी परियोजना अधिकारियों से ली। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य केन्द्रों में मौसम जनित बीमारियों के संबंध में सभी तैयारियां रखी जायें। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाओं की उपलब्धता की भी जानकारी लेते हुये आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित किया सामान्य मरीजों को भी समुचित उपचार प्रदान किया जाये।
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि मनरेगा के तहत नये कार्य प्रारंभ करते हुये प्रत्येक श्रमिक को रोजगार उपलब्ध करायें। खेत तालाबों में मछली के बीज डाले जायें। कलेक्टर ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को 9 अगस्त तक कम से कम एक गांव में शत प्रतिशत हितग्राहियों को पात्रतानुसार हितलाभ दिलाने का लक्ष्य दिया। बैठक में स्वतंत्रता दिवस एवं विश्व आदिवासी दिवस के संबंध में भी चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिये गये। वीडियो काफ्रेंसिंग में अपर कलेक्टर मीना मसराम, सीएमएचओ, समस्त एसडीएम, जनपद सीईओ, बीएमओ तथा महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी सम्मिलित हुये।