सरकार बचाने की कवायद तेज,हिमंत बिस्वा मणिपुर पहुंचे

सरकार बचाने की कवायद तेज,हिमंत बिस्वा मणिपुर पहुंचे

इंफाल
इकलौती राज्यसभा सीट जीतने के बाद अब बीजेपी मणिपुर में सरकार बचाने की कवायद में जुटी है। विधायकों के इस्तीफे और समर्थन वापस लेने से बिगड़ी स्थिति देख बीजेपी ने उत्तर-पूर्व में अपने संकटमोचक हिमंत बिस्वा शर्मा को अचानक मणिपुर भेजा। हिमंत शर्मा इम्फाल पहुंचे और कई राउंड में बैठक की। वह अकेले नहीं थे। उनके साथ मेघालय के सीएम और एनपीपी नेता कोनराड संगमा भी थे।

वहीं कांग्रेस भी कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती है। वह सेक्युलर प्रोगेसिव फ्रंट (एसपीएफ) का गठन कर रही है। उसने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया।

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा और असम के वित्तमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने मणिपुर संकट के हल को लेकर वहां के सीएम एन बीरेन सिंह और दूसरे नेताओं से बातचीत की। बता दें कि मणिपुर में प्रमुख सहयोगी नैशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) और बीजेपी के तीन विधायकों के सरकार से समर्थन वापस लेने के कारण बीरेन सरकार पर संकट गहरा गया है।

पिछले हफ्ते ही एनपीपी के चार विधायकों ने एन बीरेन सिंह सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। कुल 9 विधायकों ने अपना समर्थन वापस लिया था जिनमें से चार एनपीपी विधायकों के अलावा बीजेपी के तीन विधायकों ने भी इस्तीफा दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इतना ही नहीं इकलौते टीएमसी विधायक और एक निर्दलीय विधायक ने भी अपना समर्थन वापस ले लिया।

दोनों नेता गृह मंत्री अमित शाह की कहने पर यहां आए थे। सूत्रों के अनुसार, दोनों नेताओं ने एनपीपी की राज्य इकाई और बीजेपी के बीच के मनमुटाव को कम करने के लिए बातचीत की। दोनों नेताओं ने विधायकों और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग और साथ में कई राउंड में मीटिंग की। हालांकि एनपीपी सूत्रों का कहना है कि मीटिंग बेनतीजा रहीं।

इन विधायकों ने दिया इस्तीफा
बता दें कि बीजेपी विधायक एस सुभाषचंद्र सिंह, टीटी हाओकिप और सैमुअल जेनदई के अलावा टीएमसी विधायक टी रॉबिंद्रो सिंह, नैशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) के विधायक वाइ जॉयकुमार सिंह (डेप्युटी सीएम), एन कायसी, एल जयंता कुमार सिंह, लेतपाओ हाओकिप और निर्दलीय विधायक असबउद्दीन ने गठबंधन सरकार से इस्तीफा दे दिया है और कांग्रेस को समर्थन दिया। तीन बीजेपी विधायकों ने आधिकारिक रूप से कांग्रेस जॉइन कर ली है।