सूरज तक जाने वाले विश्व के पहले मिशन को भेजने के लिए नासा पूरी तरह तैयार

वाशिंगटन
अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने पहले मिशन को सूरज तक भेजने के लिए पूरी तरह तैयार है। एक कार के आकार का यह अंतरिक्षयान सूरज की सतह से 40 लाख मील की दूरी से गुजरेगा। इससे पहले किसी भी अंतरिक्षयान ने इतना ताप और इतने प्रकाश का सामना नहीं किया है। पार्कर सोलर प्रोब छह जून को यूनाइटेड लॉन्च एलायंस डेल्टा 4 हैवी में सवार होकर उड़ान भरेगा।

यह अंतरक्षियान मानव द्वारा अब तक निर्मित किसी भी वस्तु के मुकाबले सूर्य का ज्यादा करीब से अध्ययन करेगा। अमेरिका में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के हेलियोफिजिक्स साइंस डिविजन के सहयोगी निदेशक एलेक्स यंग ने कहा ,  हम कई दशकों से सूरज का अध्ययन कर रहे हैं और अब आखिरकार हमें पता चलेगा कि हम किस हद तक सफल हुए हैं।

हम आंखों से जिस सूरज को देखते हैं वह उससे कहीं ज्यादा जटिल है। मनुष्य की आंखों को यह भले ही स्थायी , न बदलते हुए एक गोले की तरह नजर आता हो लेकिन सूरज एक गतिशील एवं चुंबकीय ढंग से सक्रिय सितारा है। पार्कर सोलर प्रोब अपने साथ विभिन्न उपकरणों को लेकर जा रहा है जो सूरज का भीतर से और आस - पास या प्रत्यक्ष रूप से अध्ययन करेगा। इन उपकरणों से जुटाए गए डेटा से वैज्ञानिकों को इस सितारे के बारे में तीन बुनियादी सवालों का जवाब देने में मदद मिलेगी।

आपको बता दें कि कुछ समय पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक बयान में कहा कि पिछले साल दिसंबर में मोरक्को औकेमेडेन स्काई सर्वे की ओर से मुहैया कराई गई जानकारियों से 2017 वाईई 5 नाम का एक क्षुद्र ग्रह खोजा गया था जो पृथ्वी के करीब है। हालांकि, जून तक इस क्षुद्रग्रह के भौतिक गुणों के बारे में विस्तृत रूप में पता नहीं था। नासा के मुताबिक , नए पर्यवेक्षणों में ऐसे क्षुद्र ग्रह की अब तक की सबसे विस्तृत तस्वीरें सामने आई हैं।