उन्‍नाव गैंगरेप पीड़‍िता के चाचा को सीआरपीएफ की सुरक्षा में तिहाड़ जेल भेजा गया

उन्‍नाव गैंगरेप पीड़‍िता के चाचा को सीआरपीएफ की सुरक्षा में तिहाड़ जेल भेजा गया

 
लखनऊ 

उत्‍तर प्रदेश सरकार ने उन्‍नाव गैंगरेप पीड़‍िता के चाचा को रायबरेली जेल से सीआरपीएफ की सुरक्षा में दिल्‍ली के तिहाड़ जेल भेज दिया है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव की रेप पीड़िता को दिल्ली के एम्स शिफ्ट करने का फैसला परिवार पर छोड़ दिया था, लेकिन जेल में बंद उनके चाचा को तिहाड़ लाने का आदेश दिया था। सुप्रीम आदेश के बाद पीड़िता के चाचा को शुक्रवार रात कड़ी सुरक्षा में रायबरेली से दिल्ली रवाना कर दिया गया। 

सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार रात करीब 8.30 बजे रेप पीड़‍िता के चाचा को सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा के बीच दिल्‍ली के लिए रवाना किया गया। उनके साथ एक एसडीएम और सीआरपीएफ के छह ट्रक तथा एक पुलिस वाहन रवाना हुआ। कुल 21 जवानों के सुरक्षा घेरे में उन्‍हें दिल्‍ली ले जाया गया। रेप पीड़‍िता के चाचा गत फरवरी महीने से रायबरेली जेल में बंद थे और कई बार जेल बदलने की गुहार लगा चुके थे। 

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की गुजारिश पर ट्रक से टक्कर मामले की सुनवाई अभी 15 दिन लखनऊ में ही कराने का आदेश भी दिया था। कोर्ट ने गुरुवार को पीड़िता से जुड़े सभी पांच मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया। वहीं, सीबीआई की विशेष कोर्ट ने सड़क हादसे के मामले में गिरफ्तार ट्रक चालक आशीष और क्लीनर मोहन को सात दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। 

'केजीएमयू में ही करवाना चाहती हूं इलाज' 
सुप्रीम कोर्ट को शुक्रवार को बताया गया कि परिवार फिलहाल लखनऊ में ही पीड़िता का इलाज करवाना चाहता है, जहां वह अब भी वेंटिलेटर पर है। पीड़िता की मां का कहना है कि वह केजीएमयू में बेटी के इलाज से संतुष्ट हैं और उसे अभी दिल्ली नहीं ले जाना चाहती हैं। केजीएमयू प्रशासन के मुताबिक, पीड़िता और उनके वकील की हालत स्थिर है।