ऐंटी-टेरर बिल पर मुलायम का NDA को वोट, SP को गच्चा

ऐंटी-टेरर बिल पर मुलायम का NDA को वोट, SP को गच्चा

नई दिल्ली
लोकसभा में आतंकवाद पर लगाम कसने वाले बिल पर वोटिंग के दौरान समाजवादी पार्टी ने विपक्ष के साथ वॉकआउट किया था, लेकिन मुलायम सिंह यादव ने रणनीति को गच्चा दे दिया। वह सदन में बने रहे और मतदान के दौरान द अनलॉफुल ऐक्टिविटीज (प्रिवेंशन) अमेंडमेंट बिल के पक्ष में वोट दिया। लोकसभा में बुधवार को इस बिल को लेकर जमकर हंगामा हुआ। बिल लोकसभा में पास तो हो गया, लेकिन इस पर काफी तीखी बहस भी हुई। कांग्रेस, डीएमके और तृणमूल कांग्रेस ने बिल के विरोध में लोकसभा से वॉकआउट किया। सदन से निकलने वाले दलों में एसपी भी शामिल थी, लेकिन पार्टी चीफ अखिलेश यादव को उनके पिता मुलायम सिंह से ही करारा झटका लगा है। बीचेडी समेत कई विपक्षी दलों ने बिल का समर्थन भी किया है और ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि बिल राज्यसभा से भी आसानी से पास हो जाएगा।

बिल के समर्थन में यूं तो मुलायम के वोट की गिनती महज एक की है, लेकिन समाजवादी पार्टी के आंतरिक समीकरणों के लिए लिहाज से यह बड़ी चिंता की बात है। पार्टी लाइन के विपरीत मुलायम सिंह का रवैया बताता है कि समाजवादी पार्टी में शायद सब कुछ ठीक नहीं है। इससे पहले बीती लोकसभा में उन्होंने यह कहकर पार्टी को पसोपेश में डाल दिया था कि विपक्ष पीएम नरेंद्र मोदी का मुकाबला नहीं कर सकता।

बीजेडी-एआईएडीएमके बिल के समर्थन में
बीजेडी ने भी बिल का समर्थन किया है और एआईएडीएमके भी इस बिल के समर्थन में हैं। इन दोनों दलों के राज्यसभा में सांसदों की संख्या को देखकर माना जा रहा है कि बिल आसानी से उच्च सदन से भी पास हो जाएगा। बिल पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि यह बिल यूपीए सरकार द्वारा लाया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा और एकता के लिए बिल महत्वपूर्ण है।


बिल में प्रस्तावित बदलाव का विरोध करते हुए कई विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में अपनी बात रखी। विपक्षी दलों का मुख्य तर्क है कि यूएपीए बिल भारत के संघीय ढांचे के खिलाफ है और इसका दुरुपयोग हो सकता है। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, 'एनआईए खुद दबाव में है और ऐसे वक्त में पूरी संभावना है कि एजेंसी के जरिए बिल का दुरुपयोग राजनीतिक हथियार बनाने के तौर पर किया जाए। इस कानून में कई प्रावधान ऐसे हैं जो नागरिक विरोधी और संविधान विरोधी हैं। कुछ ऐसे प्रावधान भी हैं जो बहुत खतरनाक हैं।'

सुप्रिया सुले ने कहा, 'पीएम ने नैशनल काउंटर टेररिज्म का विरोध किया था'
बिल के विरोध में एनसीपी की सुप्रिया सुले ने कहा, 'नैशनल काउंटर टेररिज्म सेंटर और नैशनल इंटेलिजेंस ग्रिड का गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने विरोध किया था।' बिल के पास होने के लिए वोटिंग से पहले कांग्रेस, एनसीपी, डीएमके और टीएमसी के सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया। विपक्षी दलों के वॉकआउट पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, 'अब इस पर क्या किया जा सकता है कि आप प्रक्रिया से वॉकआउट कर रहे हैं क्योंकि आपको अपने वोटबैंक के नाराज होने का डर है।'