नए साल तक कोहरा नहीं, फ्लाइट डायवर्जन का झंझट टला, जनवरी में हो सकती है परेशानी

नए साल तक कोहरा नहीं, फ्लाइट डायवर्जन का झंझट टला, जनवरी में हो सकती है परेशानी

 
नई दिल्ली 

इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर अभी तक घना कोहरा देखने को नहीं मिला है, ऐसे में इस महीने के आखिर तक फ्लाइट डायवर्जन होने की संभावना बेहद कम है। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि जनवरी में घने कोहरे के 3-4 स्पेल देखने को मिल सकते हैं। कम से कम ऐसे दो स्पेल तो होंगे ही जब विजिबिलिटी करीब 10 घंटे के लिए 200 मीटर से कम होगी।  
 
इंदिरागांधी एयरपोर्ट पर मौसम विभाग के प्रमुख आर के जेनामनी ने कहा, 'अगर आप पैटर्न देखें तो घने कोहरे के मामले में यह नवंबर काफी अच्छा रहा है। जहां 2016 और 17 में शुरू के कुछ दिनों में घना कोहरा था, वहीं इस बार ऐसी स्थिति एक बार भी देखने को नहीं मिली।' जेनामनी का कहना है कि फिलहाल 29 दिसंबर तक घने कोहरे की संभावना बेहद कम दिखाई दे रही है। हालांकि, 23-24 दिसंबर को कुछ कोहरा पड़ सकता है। लेकिन यह इतना घना नहीं होगा, जो एयर ट्रैफिक पर बहुत अधिक प्रतिकूल असर डाल पाए। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार कोहरे का असर बहुत अधिक नहीं रहेगा। कोशिश की जा रही है कि हमें कोहरे की रियल टाइम इमेज मिलती रहे। 
 
इसके लिए हर 30 मिनट में सैटलाइट इमेज लेते रहेंगे। इसका फायदा यह होगा कि कम से कम डोमेस्टिक सेक्टर की उड़ानों को हम समय रहते उनके उड़ानें भरनेवाले राज्यों में ही रोक पाएंगे या कुछ डिले कर सकेंगे। इससे यात्री बहुत अधिक परेशान नहीं होंगे। क्योंकि अगर एक बार फ्लाइट यहां आ जाती है और कोहरे की वजह से उसे कहीं और डायवर्ट करना पड़ता है तो फिर यात्रियों को बहुत अधिक परेशानी उठानी पड़ती है। कोशिश की जाएगी कि दो से छह घंटे पहले कोहरे की असल पिक्चर का पता लगता रहे। 

उन्होंने यह भी बताया कि एयरपोर्ट पर पड़ने वाले कोहरे में फॉग होल्स की वजह से कई बार कोहरे की असल इमेज का पता लगाने में परेशानी होती है। क्योंकि यहां पलूशन अधिक होने और मौसम के बदलते अन्य पैटर्न की वजह से यह होल्स सैटलाइट इमेज में कई बार घने कोहरे के रूप में दिखाई देते हैं। लेकिन सच में यहां इतना कोहरा नहीं होता। इसके लिए यहां जर्मनी से लाए गए कुछ और उपकरण लगाए गए हैं।