नेता से अभिनेता अजमा चुके हैं नई दिल्ली से भाग्य
नई दिल्ली
नई दिल्ली लोकसभा सीट ऐतिहासिक होने के साथ ही कई मायनों में महत्वपूर्ण है। जहां से स्वतंत्रता सेनानी सुचेता कृपलानी, राजनीति के पुरोधा अटल बिहारी वाजपेयी, भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी और अभिनेता राजेश खन्ना लोकसभा पहुंच चुके हैं। खास बात यह है कि इस सीट पर भाजपा (पूर्व में भारतीय जनसंघ)और कांग्रेस दो ही दलों का दबदबा रहा है।
भाजपा को 9 बार मिली जीत
पहला लोकसभा चुनाव और आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव के अलावा भाजपा और कांग्रेस ही यहां से चुनाव जीतती रही है। भाजपा और भारतीय जनसंघ ने अब तक यहां से सर्वाधिक नौ बार जीत हासिल की है जबकि कांग्रेस को सात बार जीत मिली है। जनता पार्टी और किसान मजदूर प्रजा पार्टी ने एक-एक बार चुनाव जीती है। भारतीय जनसंघ ने इस सीट से पहली बार 1961 में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की और बलराज माधोक सांसद बने। उसके बाद 1967 में जनसंघ के मनोहर लाल सोंधी ने इस सीट से जीत सुनिश्चित की।
भाजपा की जीत का सिलसिला रहा जारी
आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में राजनीति के पुरोधा अटल बिहारी वाजपेयी जनता पार्टी से विजय हुए। वह प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की सरकार में विदेश मंत्री बने लेकिन उन्होंने 1979 में इस्तीफा दे दिया। वाजपेयी 1980 में एक बार फिर यहां से भाजपा के टिकट पर सांसद बने। इसके बाद 1989 और 1991 के चुनावों में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने यहां से सांसद चुने गये। इसके बाद भी भाजपा की जीत का सिलसिला जारी रहा तथा जगमोहन 1996, 1998 और 1999 में यहां से सांसद चुने गये। भाजपा की सुश्री मीनाक्षी लेखी यहां से वर्तमान सांसद हैं।
इस सीट में कई दिग्गजों ने हासिल की जीत
कांग्रेस ने 1957 में यह सीट जीती और सुचेता कृपलानी सांसद बनीं। कृपलानी ने आजादी के बाद पहला लोकसभा चुनाव 1952 में किसान मजदूर प्रजा पार्टी(केएमपीपी) से जीती थीं। कांग्रेस ने 1957 में जीत के बाद से अपना रास्ता साफ कर लिया। कांग्रेस के मेहर चंद खन्ना 1962 में जीते। वर्ष 1971 में इसी पार्टी के मुकुल बनर्जी, 1984 में कृष्णचंद पंत, 1992 में राजेश खन्ना, 2004 और 2009 अजय माकन ने जीत हासिल की।
आडवाणी ने राजेश खन्ना को किया परास्त
इस संसदीय सीट पर अभिनेताओं ने भी भाग्य आजमाया। आडवाणी ने अभिनेता राजेश खन्ना को 1991 के चुनाव में परास्त किया जबकि राजेश खन्ना ने 1992 में उपचुनाव में भाजपा के शत्रुघ्न सिन्हा को हराया। नयी दिल्ली लोकसभा सीट के तहत करोल बाग, पटेल नगर, मोती नगर, दिल्ली कैंट, राजिंदर नगर, नयी दिल्ली, कस्तूरबा नगर, मालवीय नगर, आर के पुरम, ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।