नोएडा के गौतम बुद्ध नगर को हर रोज 60 टन ऑक्सीजन की जरूरत

नोएडा के गौतम बुद्ध नगर को हर रोज 60 टन ऑक्सीजन की जरूरत


नोएडा. गौतम बुद्ध नगर भी ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है. अस्पताल प्रशासन मरीज के साथ-साथ ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी के साथ भी जूझ रहे हैं. एक बार में 20-20 मोबाइल कॉल करनी पड़ रही हैं. लेकिन उस पर भी जरूरत की 50 फीसद ऑक्सीजन ही मिल रही है. जिले में 18 से ज्यादा कोविड अस्पताल हैं. सैकड़ों बेड पर ऑक्सीजन की सीधी सप्लाई है. 2 घंटे में 60 सिलेंडर खाली हुए जा रहे हैं. लेकिन अगला कब मिलेगा इसका कोई पता नहीं होता.

गौरतलब रहे गौतम बुद्ध नगर में करीब 19 को कोविड हॉस्पिटल हैं. इनमें 2 लेवल-3 और 16 लेवल-2 के हैं. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कुछ अन्य निजी अस्पतालों को भी कोविड केयर बनाने का काम कर रहा है. फिलहाल जिले के सभी अस्पतालों में 1500 से ज्यादा बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा मौजूद है. लेकिन इन सभी बेड पर संक्रमित मरीज भर्ती हैं और उन्हें 24 घंटे लगातार ऑक्सीजन की जरूरत है.


जानकारों के मुताबिक यूपी के 75 जिलों की 81 इकाइयों में गौतमबुद्धनगर में एक, गाजियाबाद में एक मैन्यूफैक्चरर और 15 रीफिलर, आगरा में सात रीफिलर और एक मैन्यूफैक्चरर, मथुरा में दो मैन्यूफैक्चरर, अलीगढ़ में तीन रीफिलर एक मैन्यूफैक्चरर, कानपुर नगर में दो रीफिलर और दो मैन्यूफैक्चरर, कानपुर देहात में एक मैन्यूफैक्चरर और एक रीफिलर, लखनऊ में तीन रीफिलर और दो प्रोड्यूसर, प्रयागराज में एक मैन्यूफैक्चरर, मुजफ्फरनगर में दो मैन्यूफैक्चरर एक रीफिलर, वाराणसी में एक मैन्यूफैक्चरर, चंदौली में छह मैन्यूफैक्चरर और संत कबीरनगर में एक मैन्यूफैक्चरर यूनिट है.


इसके साथ ही अयोध्या में एक, बाराबंकी में एक, अंबेडकरनगर में एक, फिरोजाबाद में तीन, अमेठी में दो, बरेली में तीन, बहराईच में एक, गोरखपुर में दो, झांसी में तीन, और्रैया में एक, शामली में एक, बुलंदशहर में एक, मेरठ में एक, बिजनौर में दो, मुरादाबाद में चार, मीरजापुर में एक रीफिलर ईकाई ऑक्सीजन का प्रोडक्शन कर रही है.