प्रेग्नेंसी में मेथी के लड्डू खाने से महिलाओं को कई तरह की समस्याओं से मिलता है छुटकारा

गर्भवती महिला के लिए खुद को और अपने बच्चे को स्वस्थ रखने का सबसे जरूरी जरिया आहार ही होता है। आहार से गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में बहुत मदद मिलती है और डिलीवरी में भी आसानी होती है। प्रेग्नेंसी में और डिलीवरी के बाद लड्डू खाने का बहतु महत्व होता है और इस समय मेथी के लड्डू भी खाने से फायदा होता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए प्रेग्नेंसी में और डिलीवरी के बाद मेथी के लड्डू कितने फायदेमंद होते हैं और इसे किस तरह बनाया जाता है।
किन चीजों की जरूरत है
मेथी के लड्डू बनाने के लिए आपको डेढ़ कप भीगे हुए मेथीदाना, तीन चम्मच घी, तीन कप पोहा, एक कप तिल के बीज, एक कप सूखे मेवे - कटे हुए, एक कप घिसा हुआ नारियल, 600 ग्राम गुड़, ¾ चौथाई कप पानी, 6 इलायची, नमक स्वादानुसार, आधा कप चना दाल की जरूरत होगी।
मेथी के लड्डू बनाने का तरीका
प्रेगनेंट महिलाओं के लिए मेथी के लड्डू इस तरह बनाएं :
सबसे पहले प्रेशर कुकर को गैस पर रखकर गर्म करें।
अब इसमें भीगा हुआ मेथीदाना डालें और चार सीटी लगाएं।
फिर एक पैन गैस पर रखें और उसमें घी डालें। घी के बाद पैन में पोहा डालें और उसे दो मिनट तक भूनें।
एक नए पैन में दो चम्मच घी डालें और फिर तिल डालकर उन्हें दो मिनट तक भूनें।
इसके बाद इसमें ड्राई फ्रूट्स डालना है और दोनों चीजों को फ्राई करें।
मेथी के लड्डू कैसे बनाएं
मेथी के लड्डू बनाने की आगे की विधि इस प्रकार है :
अब आपको इसमें घिसा हुआ नारियल डालना है और फिर इसमें भुना हुआ पोहा डालें।
गैस पर अब एक पैन रखें और उसमें गुड़ डाल दें और पानी डालकर पकाएं।
आपने कुकर में जो मेथी पकाई थी, उसे एक नए गर्म पैन में डालें। इसे एक मिनट तक फ्राई करें।
इसमें पिघला हुआ गुड़ छानकर डालें और फिर इलायची और नमक डालकर मिक्स करें।
आपको इस मिश्रण को उबालना है और फिर इसमें तिल और ड्राई फ्रूट्स डालने हैं।
इसके बाद भुना हुआ बेसन डालें और मिक्स कर लें। अब सारे मिश्रण को एक प्लेट में डाल दें।
इसे फैलाकर ठंडा कर लें और फिर लड्डू बनाएं।
मेथी के लड्डू कब खाने चाहिए
सातवां महीना खत्म होने या आठवें महीने की शुरुआत में गर्भवती महिला को ये लड्डू खाने चाहिए। प्रेगनेंट महिला को सुबह नाश्ते में ये लड्डू खाने हैं।
मेथी के लड्डू खाने के फायदे
ये लड्डू शरीर में दर्द को कम करते हैं जिससे लेबर पेन के दौरान मदद मिलती है। इसकी मदद से लेबर के समय पेट में कॉन्ट्रैक्शन भी कम समय के लिए उठती है।
यह इम्यूनिटी को बढ़ाता है और प्रेगनेंट महिला की हड्डियों और मांसपेशियों को ताकत देता है। गर्भावस्था ही नहीं बल्कि डिलीवरी के बाद भी जल्दी रिकवर करने और जच्चा के शरीर को ताकत देने के लिए ये लड्डू खाए जा सकते हैं।
इन लड्डुओं के सेवन से ब्रेस्ट मिल्क भी ज्यादा बनता है जिससे नवजात शिशु को सही पोषण मिल पाता है और उसके विकास में भी मदद मिलती है।