मराठा आंदोलन जारी, मुंबई बंद, जान देने पर उतारू लोग

मुंबई
मराठा आरक्षण को लेकर चल रहे आंदोलन की आंच मुंबई तक पहुंच गई है। मंगलवार को महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बंद के बाद बुधवार को मुंबई, ठाणे, पालघर और रायगड में बंद का ऐलान किया गया है। इससे पहले मंगलवार को आंदोलन के दौरान 5 लोगों ने जान देने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने इन मामलों के पीछे वजह के रूप में मराठा आरक्षण को स्पष्ट नहीं किया है। वहीं एक कॉन्स्टेबल की ऑन ड्यूटी हृदय गति रुकने से मौत हो गई।


देवगांव रंगरी निवासी एक किसान ने औरंगाबाद ग्रामीण इलाके में जहर पीकर जान देने की कोशिश की। किसान का नाम जगन्नाथ सोनावणे (50) बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उनका खेत उस पुल के बगल में स्थित था जहां आंदोलन चल रहा था। जगन्नाथ के परिवार का दावा है कि उन्होंने मराठा आरक्षण आंदोलन के चलते जान देने की कोशिश की जबकि औरंगाबाद एसपी आरती सिंह ने कहा कि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि यह मामला आंदोलन से जुड़ा था या नहीं।

एक दूसरे किसान जयेंद्र सोनवणे (28) ने शिवना नदी के पास स्थित कुएं में कूदकर जान देने की कोशिश की। उनके दोनों पैर में कई फ्रैक्चर हो गए हैं। बीड में अपनी मांगों के साथ तहसीलदार के पास पहुंचे शिष्टमंडल के दो सदस्यों ने छत से कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें रोकने में कामयाब रही। वहीं लातूर के शिवाजी चौक पर एक मराठा युवक ने खुद पर पेट्रोल छिड़क जान देने की कोशिश की।

बंद में मेडिकल कॉलेज ऐंबुलेंस शामिल नहीं
मराठा क्रांति मोर्चा समन्वय समिति द्वारा बुलाए गए बंद का असर मुंबई में देखने को मिल रहा है। सड़कें पूरी तरह खाली हैं, ऑटोरिक्शा भी नहीं चल रहे हैं।मंगलवार दादर के राजर्षि शाहू सभागृह में मराठा क्रांति मोर्चे की बैठक में फैसला किया गया कि बंद में स्कूल-कॉलेजों, मेडिकल स्टोर, ऐंबुलेंस और मूलभूत सुविधाओं को शामिल नहीं किया गया है।

बंद के दौरान किसी प्रकार की हिंसा या तोड़फोड़ नहीं होगी। बता दें कि सोमवार को प्रदर्शन के दौरान नदी में कूदकर एक शख्स की खुदकुशी के विरोध में मंगलवार को महाराष्ट्र बंद बुलाया गया। नवी मुंबई और पनवेल में सब्जी और फल बाजार को छोड़कर बाकी सभी प्याज, आलू, मसाला और अनाज मंडी आदि बंद रखे जाएंगे। मोर्चे ने बंद के लिए जनता से समर्थन मांगा है।

स्कूल-कॉलेजों पर भ्रम
मराठा आंदोलन के कारण बुधवार को मुंबई में स्कूल और कॉलेज बंद होने पर स्थिति साफ नहीं हुई है। शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने कहा कि मराठा समाज ने बुधवार को बंद का आह्वान किया है। स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने के लिए स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन निर्णय लेंगे।

पुलिस हाई अलर्ट पर
बुधवार के बंद को लेकर मुंबई पुलिस हाई अलर्ट पर है। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता दीपक देवराज ने कहा कि सभी पुलिस स्टेशनों के कर्मियों को बुधवार को सड़क पर रहने को कहा गया है। पुलिस की स्पेशल ब्रांच के लोग अपने स्तर पर खुफिया जानकारी जुटा रहे हैं।

महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार में शामिल शिवसेना ने मराठा आरक्षण का समर्थन किया है। मंगलवार को मंत्रालय में उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि मराठा आरक्षण में बहुत देरी हो चुकी है। अदालत के फैसले को ध्यान में रखना होगा। जिन लोगों ने आरक्षण का वादा किया था, उन्हें मामले को हल करने के लिए सामने आना चाहिए।

कॉन्स्टेबल की मौत
इससे पहले मंगलवार को मराठा आंदोलनकारियों के बंद के दौरान औरंगाबाद और नांदेड में कुछ जगहों पर हिंसा हुई। सड़क पर टायर जलाकर रास्ते रोके गए। कुछ जगहों पर पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। कई जगहों पर स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई थी। औरंगाबाद में पुलिस बंदोबस्त के दौरान कॉन्स्टेबल लक्ष्मण पाटगांवकर की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। एक पुलिसकर्मी के घायल होने की खबर भी आई है। मंगलवार को दो और युवकों ने नदी में कूदकर जान देने की कोशिश की। कुछ प्रदर्शनकारियों ने विरोध में अपने सिर मुंडवा लिए।