सीएम योगी आदित्यनाथ ने देखा प्रेजेंटेशन, 221 मीटर ऊंची प्रतिमा पर बनी सहमति
लखनऊ
विश्व हिंदू परिषद की प्रस्तावित धर्मसभा में राम मंदिर निर्माण की तारीख पर संतों के मंथन के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मूर्ति पर अंतिम मंथन शुरू कर दिया है। योगी की अगुवाई में हुए प्रेजेंटेशन में तय किया गया है कि अयोध्या में भगवान राम की 221 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी। दुनिया की यह सबसे ऊंची प्रतिमा होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को मध्य प्रदेश के चुनावी दौरे पर थे। आधा दर्जन जनसभाओं को संबोधित करने के बाद योगी देर शाम लखनऊ पहुंचे। इसके बाद 5, कालिदास स्थित अपने आवास पर उन्होंने नव्य अयोध्या प्रॉजेक्ट के तहत लगने वाली भगवान राम की प्रतिमा का प्रेजेंटेशन देखा। कुल 5 आर्किटेक्चर फर्मों ने अपनी कार्ययोजना रखी।
प्रस्तावित प्रतिमा की ऊंचाई 151 मीटर होगी। 50 मीटर का उसका पेडेस्टल होगा। वहीं 20 मीटर का प्रतिमा का छत्र होगा। इस प्रकार प्रतिमा की कुल ऊंचाई 221 मीटर होगी। फिलहाल दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा गुजरात में बनी 182 मीटर की सरदार बल्लभ भाई पटेल की है। इसको बनाने वाले कलाकार राम सुतार भी प्रेजेंटेशन के दौरान मौजूद थे।
पेडेस्टल में दिखेगा इक्ष्वाकु वंश का पूरा इतिहास
प्रतिमा के 50 मीटर के पेडेस्टल को म्यूजियम सहित अन्य जनसुविधाओं के लिए उपयोग किया जाएगा। भगवान राम इक्ष्वाकु वंश में पैदा हुए थे। म्यूजियम में इक्ष्वाकु वंश की पूरी वंशावली, उनकी विशिष्टताओं का पूरा विवरण दिखेगा। इसमें राजा मनु से लेकर वर्तमान में राम जन्मभूमि का इतिहास, भगवान विष्णु के दशावतारों का भी पूरा चित्रण शामिल है। इसके लिए थ्री डी टेक्नोलॉजी, आडियो-विजुअल की आधुनिक तकनीक सहित अन्य माध्यमों का उपयोग किया जाएगा।
साथ ही रेस्ट रूम, टिकट काउंटर सहित अन्य सुविधाएं भी पेडेस्टल में विकसित की जाएंगी। सरयू तट पर लगने वाली इस प्रतिमा के लिए भूमि चयन के लिए सॉइल टेस्टिंग सहित अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने का काम शुरू हो चुका है। प्रजेंटशन के दौरान अपर मुख्य सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी भी मौजूद थे।