सुप्रीम कोर्ट में एक और जनहित याचिका दाखिल

सुप्रीम कोर्ट में एक और जनहित याचिका दाखिल

मुजफ्फरपुर
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (Acute Encephalitis Syndrome) एईएस यानी चमकी बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. इस जानलेवा बुखार ने 3 और मासूम बच्चों की जान ले ली है. इस तरह अब इससे मरनेवालों का आंकड़ा बढ़कर 112 हो गया है. इस बीच चमकी बुखार से बच्चों की मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक और जनहित याचिका दाखिल की गई है. यह जनहित याचिका वकील शिव कुमार त्रिपाठी ने दायर की है. याचिका में कहा गया है कि एक मेडिकल एक्सपर्ट की टीम का गठन किया जाए, जो चमकी बुखार फैलने के पीछे की वजह की जांच कर तीन महीनों के अंदर सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंपे.

जनहित याचिका में कहा गया है कि मेडिकल एक्सपर्ट की टीम इस बात की भी जांच करे कि आखिर किसकी लापरवाही से 100 से ज्यादा बच्चों की जान गई है. याचिका में मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट, केंद्र सरकार और बिहार सरकार को आदेश दे कि चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों को तत्काल हर संभव मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाए. साथ ही चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों का उपचार मुफ्त कराया जाए. जनहित याचिका में कहा गया है सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार और बिहार सरकार को आदेश दे कि चमकी बुखार से प्रभावित जगहों पर तुरंत एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम और दवाइयां पहुंचाई जाए.

बता दें, इससे पहले भी मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की लगातार हो रही मौत पर एक जनहित याचिका दाखिल की गई थी. इस जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार 24 जून को सुनवाई करेगा. याचिका में केंद्र और बिहार राज्य को 500 आईसीयू की व्यवस्था करने के लिए निर्देश देने के साथ-साथ एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम के प्रकोप से निपटने के लिए आवश्यक चिकित्सा पेशेवरों की संख्या की बढ़ाने की मांग की गई है.