पौधारोपण की सतत मॉनिटरिंग करें, अगले साल के लिए अभी से तैयारी शुरू करें: अतिरिक्त मुख्य सचिव, वन विभाग
जयपुर। वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती अपर्णा अरोड़ा ने विभागीय अधिकारियों को इस वर्ष किए जाने वाले पौधारोपण कार्यों की सतत मॉनिटरिंग करने तथा अगले साल के लिए अभी जिलेवार पौधारोपण की तैयारी के निर्देश दिए। श्रीमती अपर्णा अरोड़ा सोमवार को यहां शासन सचिवालय में फ्रांस सरकार की विदेशी विकास शाखा (एएफडी) की ओर से फंडेड राजस्थान वानिकी और जैवविविधता विकास परियोजना (आरएफबीडीपी) की समीक्षा कर रही थीं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने राज्य सरकार की मंशा के अनुसार 'हरियालो राजस्थान' अभियान के अंतर्गत 10 करोड़ पौधे लगाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पुरजोर प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि वानिकी अंतर्गत किसानों का चयन कर जयपुर, कोटा, बूंदी, बारां एवं धौलपुर जिले के काश्तकारों को 2.5 लाख पौधों का वितरण करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने वार्षिक कार्य योजना में वानिकी से छूटे हुए इलाके की पहचान कर पौधारोपण के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने वन्यजीव क्षेत्रों में इको टूरिज़्म विकास के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के लिए निर्देशित किया।
श्रीमती अपर्णा अरोड़ा ने वनों में अतिक्रमण रोकने के लिए वन खंडों का चयन कर पक्की दीवार बनाने के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। इसके लिए इस वर्ष 20 किलोमीटर पक्की दीवार का निर्माण किया जाएगा।
समीक्षा बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) अरिजीत बनर्जी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) पवन उपाध्याय, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (आरएफबीडीपी) अनुराग भारद्वाज, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक वेंकटेश शर्मा, परियोजना निदेशक एवं सभी सम्भागों के मुख्य वन संरक्षक उपस्थित रहे।