डेंगू ने बदला रूप, बच्चों के फेफड़े औरबड़ों के लिवर पर असर
भोपाल, डेंगू के वायरस का ट्रेंड बदला हुआ नजर आ रहा है। यह अब घातक होता दिख रहा है। वयस्क संक्रमितों के लिवर पर यह हमला करने लगा है। वहीं छोटे बच्चों के फेफड़ों पर असर डाल रहा है। हैरानी की बात यह है कि निजी अस्पतालों में मरीजों में यह सभी लक्षण नजर आ रहे हैं। लेकिन सरकारी अस्पतालों में मरीजों की जानकारी करने पर सब की स्थिति सामान्य बताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को डेंगू के 13 नए मामले सामने आए हैं। जिसके साथ कुल मरीजों की संख्या 775 पहुंची।
राजधानी में 15 क्षेत्रों में अधिक खतरा
राजधानी में 15 क्षेत्रों में अधिक खतरा बना हुआ है। इनमें ईदगाह हिल्स, मदर इंडिया कॉलोनी, रविदास कॉलोनी, नारियलखेडा, बाफना कॉलोनी, नगर निगम कमला पार्क, तलैया, भीम नगर, शिवाजी नगर, सुभाष नगर, मैदा मिल रोड, अवधपुरी, पिपलानी, राजीव नगर और हाउसिंग बोर्ड करोद शामिल है।
इस साल सबसे तेज फैला डेंगू
आंकड़ों के अनुसार 2020 में 74, 2021 में 781 और साल 2022 में 675 डेंगू के मामले सामने आए हैं। वहीं 2023 में 20 नवंबर तक ही 775 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 56 फीसदी से अधिक अक्टूबर माह से लेकर अब तक पाए गए हैं।
चिकनगुनिया के 120 व मलेरिया के 14 केस
इस साल अब तक चिकनगुनिया की 14 सौ लोगों की जांच में 120 पॉजिटिव आए। वहीं मलेरिया की तीन लाख से अधिक लोगों की जांच में 14 मामले सामने आए। निजी अस्पतालों में मरीजों के इलाज के दौरान डेंगू के ट्रेंड में बदलाव देखा जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार डेंगू लिवर के एंजाइम बढ़ाकर मरीजों में ऐंठन, दर्द और सूजन जैसी समस्या पैदा कर रहा है। चिंता की बात यह है कि इनसे लिवर डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं बच्चों की बात करें तो उनमें डेंगू फेफड़ों पर असर डाल रहा है। बच्चों के फेफड़ों में पानी भरने के समस्या देखी जा रही है।