आकोली नदी में अवैध बजरी खनन के विरूद्ध हुए किसान आन्दोलन के दौरान दर्ज एफआईआर मामले की नये सिरे से जांच करवाई जा रही: चिकित्सा मंत्री
जयपुर। चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने बुधवार को राज्य विधान सभा में कहा कि आकोली नदी में अवैध बजरी खनन के विरूद्ध किसानों द्वारा आन्दोलन के दौरान दर्ज की गई एफआईआर के मामले की नये सिरे से जांच करवाई जा रही है। जांच के लिए पुलिस अधीक्षक, जालोर ने पुलिस उपाधीक्षक को नियुक्त किया गया है। यदि मामले में पुलिस दोषी पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।
खींवसर आहोर विधायक छगन सिंह राजपुरोहित द्वारा इस सम्बन्ध में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से उठाये गए मामले पर जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा बजरी और खनन माफिया के विरूद्ध 15 जून, 2022 को किसानों ने आन्दोलन किया था। मौके पर पथराव हुआ तथा हाईवे जाम किया गया। घटना में कुछ पुलिसकर्मी चोटिल भी हुए। इस पर पुलिस थाना बागरा में केस दर्ज किया था। तत्पश्चात् 10 जनवरी, 2023 को उच्च न्यायालय, जोधपुर में हनुवंत सिंह की याचिका दाखिल हुई, जिसमें उच्च न्यायालय ने चार्जशीट के निर्देश दिए। खींवसर ने बताया कि भारतीय किसान संघ ने 15 मई, 2024 को पुलिस अधीक्षक, जालोर को आवेदन देकर पुलिस द्वारा गलत रिपोर्टिंग और किसानों के विरूद्ध अन्याय की बात कही है। खींवसर ने आश्वस्त किया कि यदि किसानों के विरूद्ध एकतरफा कार्रवाई हुई है तो उनके साथ न्याय किया जाएगा।