नागतीर्थ शिखर धाम नागलवाड़ी में विकसित हो रहा भव्य नागलोक
भोपाल। निमाड़-मालवा के प्रसिद्ध नागतीर्थ शिखर धाम नागलवाड़ी को मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप महाकाल लोक की तरह ही नागलोक में परिवर्तित किया जा रहा है। यहां पर भिलट देव लोक बनाया जा रहा है। नागलोक की अद्भुत कलाकृति यहां पर तैयार होगी। सतपुड़ा की सबसे ऊंची पहाड़ी पर बसे इस नागतीर्थ की धार्मिक यात्रा में प्राकृतिक वातावरण के बीच पर्यटन का अपना अलग ही आनंद है। अब भिलट देव लोक बन जाने से इसका आकर्षण और बढ़ेगा। गौरतलब है कि यहां पर नागपंचमी पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालु तीन दिवसीय मेले में आते हैं। साथ ही सालभर में लाखों श्रद्धालु यहां पर दर्शन और पर्यटन के लिए आते हैं।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
नागलवाड़ी शिखर धाम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश यादव के अनुसार पिछले दिनों मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद पर्यटन विभाग की टीम ने यहां का अवलोकन किया है। यहां पर भिलट देव लोक बनेगा। मंदिर समिति द्वारा उज्जैन जाकर महाकाल लोक का भी भ्रमण किया गया है। महाकाल लोक की तर्ज पर भिलट देव लोक बन जाने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटन विभाग की टीम ने प्रोजेक्ट पर प्रक्रिया शुरू कर दी है। करीब एक करोड़ की लागत से यह आकार ले सकेगा। इसके अलावा पहाड़ी की चढ़ाई की सडक़ का भी नवनिर्माण होगा।
देशी पर्यटन को निहारेंगे विदेशी पर्यटक
नागलवाड़ी शिखर धाम के अलावा जिले से गुजर रही यहां की जीवन रेखा नर्मदा नदी के बैकवाटर में क्रूज की सवारी के साथ ही पर्यटन टापूओं के लिए पर्यटन विभाग ने प्लान बनाया है। इसे लेकर विभागीय प्रक्रिया जारी है। वहीं सतपुड़ा की वादियों में ठेठ देसी पर्यटन को लेकर भी जिला प्रशासन द्वारा विशेष कार्य किया जा रहा है। यहां अंबापानी गांव में जामुन के झुरमुटों के बीच बैलगाड़ी की सवारी और जनजातीय क्षेत्र के व्यंजनों का आनंद लिया जा सकेगा।