जानिए कौन हैं सैम पित्रोदा और उनकी विवादित टिप्पणियां

पूरे देश में लोकसभा का चुनाव चल रहा है। तीन चरणों का मतदान हो भी चुका है। सरकार और विपक्षी पाटियों में एक दूसरे को घेरने की होड लगी है। वहीं, कांग्रेस के ओवरसीज प्रेसिडेंट सैम पित्रोदा कई बार अपनी पार्टी को अपने बयानों के माध्यम से कटघरे में खडे कर चुके हैं। पहले विरासत टैक्स का बयान अब एक और विवादित बयान दे दिया है।
भारतीयों की तुलना विदेश से किया
उल्लखनीय है कि अंग्रेजी समाचार पत्र ‘द स्टेट्समैन’ को दिए इंटरव्यू में पित्रोदा ने गोरों से उत्तर भारत के लोगों की तुलना, पश्चिम में रहने वालों की तुलना अरब से, पूर्व में रहने वाले लोगों की तुलना चाइनीज और दक्षिण भारत में रहने वालों की तुलना अफ्रीकियों से किया। पित्रोदा के बयान के बाद राजनीतिक गलियारे में मच गई है और भाजपा फिर से कांग्रेस पर हमलावर हो गई है।
सैम पित्रोदा कौन हैं?
81 वर्षीय सैम पित्रोदा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। पित्रोदा शिकागो में रहते हैं। पित्रोदा को भारत के सूचना क्रांति का जनक माना जाता है। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए यूएन में प्रधानमंत्री का सलाहकार भी रह चुके हैं। पित्रोदा जन सूचना संरचना और नवप्रवर्तन सलाहकार भी रह चुके हैं। सैम पित्रोदा कांग्रेस के अध्यक्ष के अलावा एक बिजनेसमैन भी हैं। पित्रासेदा की अमेरिका में कई कंपनियां हैं। पित्रोदा को राजीव गांधी का करीबी भी कहा जाता है। वैसे इंदिरा गांधी के समय ही वे कांग्रेस जुड गए थे।
ओडिशा जन्में और गुजरात में हुई शुरुआती शिक्षा
सैम पित्रोदा का पूरा नाम सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा है। उनका जन्म ओडिशा के टिटलागढ़ में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई गुजरात के वल्लभ विद्यानगर से पूरी की है। वर्ष 1964 में पित्रोदा अमेरिका चले गए, जहां पर उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री की। 1981 में भारत लौटकर उन्होंने देश की टेली कम्यूनिकेशन सिस्टम को मॉर्डन बनाना चाहा।
पित्रोदा को सुर्खियों में लाने वाली विवादित टिप्पणियां
मंदिरों पर टिप्पणी
जून 2023 में पित्रोदा ने कहा था कि हर कोई राम और हनुमान मंदिर की बातें करता है। मंदिरों से देश की बेरोजगारी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी समस्याओं का हल नहीं निकलेगा, इन मुद्दों पर कोई बात नहीं करता।
भारतीयों की तुलना विदेशियों से
सैम पित्रोदा ने 'द स्टेटमेंट' को दिए इंटरव्यू में भारत को विविधतापूर्ण देश बताया। उन्होंने कहा, "जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे दिखते हैं। पश्चिम के लोग अरब जैसे। दक्षिण के लोग अफ्रीका और उत्तर के लोग गोरे जैसे दिखते हैं।"
भारत में विरासत टैक्स की वकालत
कुछ दिन पहले विरासत टैक्स के कानून को भारत के लिए जरूरी बताते हुए पित्रोदा ने कहा कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है। मतलब किसी व्यक्ति के मरने के बाद उसकी संपत्ति का ज्यादा हिस्सा सरकार अपने पास रख लेती है और कुछ हिस्सा उसके बच्चों को दिया जाता है।
सिख दंगे पर टिप्पणी
2019 लोकसभा चुनाव के दौरान दिए एक बयान के बाद भी काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। 1984 सिख दंगों को लेकर बीजेपी ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के इशारे पर सिख दंगे हुए थे जिस पर सैम पित्रोदा ने कहा कि '84 में जो हुआ तो हुआ। 5 साल में आपने क्या किया?' पिछले 5 वर्षों में आपने क्या किया इसके बारे में बात करें। 1984 में जो हुआ वह हो गया। इसके बाद भाजपा सहित अन्य दलों ने पित्रोदा के बयान को गलत बताया जिसके बाद उन्हें कांग्रेस से माफी मांगनी पड़ी थी।
पुलवामा में हुए अटैक: भारत सरकार के एक्शन पर सवाल
वर्ष 2018 में पुलवामा अटैक के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की, जिसे लेकर सैम पित्रोदा ने सवाल उठाते हुए कहा था कि पुलवामा जैसे हमले होते रहते हैं। इसके बारे में मैं ज्यादा कुछ नहीं जानता। मुंबई में भी हमला हुआ था।