भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति में मप्र का दबदबा, सिंधिया और नरोत्तम को मिली जगह, मेनका और वरुण गांधी बाहर

नई दिल्ली/भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को अपनी राष्ट्रीय कार्यसमिति की घोषणा कर दी। मध्य प्रदेश से नए चेहरों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को शामिल किया गया है। सिंधिया लगभग डेढ़ साल पहले ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। 80 सदस्यीय कार्यसमिति में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, डॉ. वीरेंद्र खटीक को भी सदस्य बनाया गया है। पहला अवसर है जबकि राष्ट्रीय कार्यसमिति में मप्र का प्रतिनिधित्व बढ़ा है। कार्यसमिति में 50 विशेष आमंत्रित सदस्य और 179 स्थाई आमंत्रित (पदेन) सदस्य बनाए गए हैं। कार्यसमिति में भी सामाजिक और भौगोलिक संतुलन बनाए जाने पर विशेष जोर दिया गया है। इसके अलावा सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, सह संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, भगवत शरण माथुर, सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, महाराष्ट्र के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया को स्थाई आमंत्रित सदस्य नियुक्त किया गया है। पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी होने के नाते मप्र के पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन भी पदेन सदस्य बनाए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री के नाते पदेन सदस्यों की सूची में उमा भारती का नाम शामिल है।
सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुरली मनोहर जोशी का नाम भी शामिल है। इतना ही नहीं, लिस्ट में लालकृष्ण आडवाणी को भी शामिल किया गया है, मगर वरुण गांधी का नाम कहीं नहीं है। सिर्फ वरुण गांधी ही नहीं, उनकी मां मेनका गांधी को भी नई कार्यकारिणी में शामिल नहीं किया गया है।
बीते कुछ समय से वरुण गांधी न सिर्फ केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते रहे हैं, बल्कि लखीमपुर खीरी कांड को लेकर भी योगी सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रहे हैं। लखीमपुर खीरी कांड में वरुण गांधी हर दिन ट्वीट कर-करके योगी सरकार पर दबाव बनाते नजर आए हैं।
पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने आज भी लखीमपुर कांड का नया वीडियो सामने आने के बाद ट्वीट किया था और अपनी ही सरकार को घेरते हुए लिखा था- यह वीडियो बिल्कुल शीशे की तरह साफ है। प्रदर्शनकारियों का मर्डर करके उनको चुप नहीं करा सकते हैं। निर्दोष किसानों का खून बहाने की घटना के लिए जवाबदेही तय करनी होगी। हर किसान के दिमाग में उग्रता और निर्दयता की भावना घर करे इसके पहले उन्हें न्याय दिलाना होगा।'
तोमर पहले रह चुके सदस्य
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पहले भी राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य रह चुके हैं। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के कार्यकाल में तोमर राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं। राष्ट्रीय महासचिव होने के नाते कैलाश विजयवर्गीय, सह कोषाध्यक्ष सुधीर गुप्ता, राष्ट्रीय मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष लाल सिंह आर्य भी कार्यसमिति में शामिल किए गए हैं। सांसद संध्या राय और फग्गन सिंह कुलस्ते को विशेष आमंत्रित बनाया गया है।
वरुण और मेनका गांधी बाहर
भाजपा की 80 सदस्यीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गजों को फिर से शामिल किया गया है। वहीं, इस सूची में वरुण गांधी और मेनका गांधी का नाम नहीं है। पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह को कार्यकारी सदस्य के पद से हटा दिया गया है। 80 नियमित सदस्यों के अलावा, कार्यकारिणी में 50 विशेष आमंत्रित और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य भी होंगे।