शहर से गांव तक चिकित्सा सेवाओं का हो रहा विस्तार, मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण, क्रमोन्नयन सहित विभिन्न प्रस्तावों को दी मंजूरी
जयपुर। । निरोगी राजस्थान की संकल्पना को साकार करने की दिशा में राज्य सरकार हर शहर, गांव-ढाणी तक चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार कर रही है। स्वास्थ्य केंद्रों के क्रमोन्नयन से लेकर संस्थानों के सुदृढ़ीकरण सहित स्वास्थ्य सेवाओं को मजूबत बनाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने ऐसे विभिन्न प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की है।
473 चिकित्सा संस्थानों के भवनों का होगा निर्माण
राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 473 चिकित्सा संस्थानों के भवनों का निर्माण कराया जाएगा। इसमें विभिन्न स्त्रोतों से 2185 करोड़ रुपए से अधिक राशि व्यय होगी। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। इनमें सामुदायिक, प्राथमिक, उप स्वास्थ्य केंद्र, जिला चिकित्सालय, ट्रोमा सेंटर, सैटेलाइट चिकित्सालय, मातृ एवं शिशु चिकित्सालय, उप जिला चिकित्सालय सहित अन्य चिकित्सा संस्थान शामिल हैं।
कार्डियोवस्कुलर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए राशि स्वीकृत
बीकानेर के चिकित्सा महाविद्यालय में हल्दीराम मूलचंद कार्डियोवस्कुलर साईंसेज को कार्डियोवस्कुलर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में क्रमोन्नत किया जा रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 8.89 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट प्रावधान को मंजूरी दी है। इस राशि से सेंटर में उपकरण सहित अन्य आवश्यक संसाधन खरीदे जाएंगे।
टिकमगढ़ में खुलेगा नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र
मुख्यमंत्री ने जोधपुर की पंचायत समिति बालेसर के ग्राम टिकमगढ़ में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। साथ ही, केन्द्र में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता का 1 पद भी सृजित होगा। केन्द्र के खुलने से ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी।