'शिव' के द्वार पर 'उमा' का आंदोलन, कहा-जब तक ताला नहीं खुलेगा अन्न नहीं ग्रहण करूँगी
अमित सोनी
रायसेन। इस समय मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़ा ही भूचाल मचा हुआ है। एक तरफ खरगोन में रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव के बाद स्थिति नाजुक है और वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है, तो दूसरी तरफ रायसेन में किला स्थित शिवमंदिर में ताला खुलवाने को लेकर उमाभारती ने आंदोलन शुरू कर दिया है। उमा भारती ने तय कार्यक्रम के अनुसार किला पहुची, लेकिन मंदिर का ताला नहीं खुल पाया तो उन्होंने बाहर से ही शिव जी का अभिषेक किया और वहीं धरने पर बैठ गईं तथा ताला खुलने तक न त्यागने का ऐलान भी कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री के इस ऐलान से रायसेन प्रशासन की सांसें फूल गईं और प्रदेश सरकार भी परेशान हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता उमा भारती रायसेन के किले में शिव मंदिर के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं।
उमा भारती ने ये किया था ऐलान
उमा भारती, भारत सरकार के पुरातत्व विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। पुरातत्व विभाग में किले पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में ताला लगा रखा है। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता उमा भारती ने ऐलान किया था कि नवरात्रि के बाद पहले सोमवार को रायसेन के किले पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर जाएंगी और ताले में बंद शिवलिंग का विधिवत अभिषेक करेंगी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उमा भारती रायसेन किले पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर पहुंच गई, परंतु मंदिर में ताला लगा हुआ है।
शिव मंदिर के दरवाजे पर आंदोलन पर बैठीं उमा भारती
उमा भारती, शिव मंदिर के दरवाजे पर बैठ गई हैं। उन्होंने कहा कि हम ताला खुलवाना चाहते हैं, तोड़ना नहीं। अयोध्या आंदोलन में ताला खुलवाने का नारा था। आगे बढ़ो, जोर से बोलो और राम जन्मभूमि का ताला खोलो। ये ताला तो बहुत छोटा है, मेरे घूंसे से भी टूट जाएगा। जब तक ताला नहीं खुलेगा, अन्न त्याग रही हूं।
जानें क्यों बैंड है मैमन्दिर में ताला
रायसेन के लिए के शिव मंदिर का कोई विवाद नहीं है। यह मामला ना तो न्यायालय में विचाराधीन है और ना ही किसी भी प्रकार का कोई दावा किया जाता है। यह मंदिर भारत सरकार के पुरातत्व विभाग के अधीन है। पुरातत्व विभाग के पास बजट नहीं है इसलिए मंदिर की देखभाल और पूजा पाठ के लिए किसी की नियुक्ति नहीं की गई है और मंदिर में ताला डाल दिया गया है।
शिवभक्त किले में जाने के लिए प्रयास कर रहे है वहीं पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश कर रही है। बैरिकेड्स पर पुलिस और शिव भक्तों के बीच धक्का-मुक्की जोरों से जारी है।