पेट्रोल बम से भोपाल को दहलाना चाहते थे आतंकी, कोलकाता से जुडा तार
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शहर में पकड़ाए आतंकियों को कोलकाता से फंडिंग
गृहमंत्री बोले-संदिग्धों के खंगाले जा रहे रिकॉर्ड
भोपाल। भोपाल में गिरफ्तार किए गए जमात-ए-मुजाहदीन बांग्लादेश के आतंकियों को कोलकाता से फंडिंग हो रही थी। एटीएस इन्हें फंडिंग करने वालों की तलाश के लिए कोलकाता गई है। जांच एजेंसी को आतंकियों के पास से पेट्रोल बम बनाने के वीडियो मिले हैं। लोकल के दो लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उधर, इन आतंकियों को ऐशबाग में किराए पर मकान दिलाने वाले सलमान और उसका परिवार दो दिन से गायब है। उसके मकान में ताला लगा है। एटीएस अब यह जांच कर रही है कि कहीं आतंकी भी आलिम की तालीम लेने सलमान के भाई के पास तो नहीं जाते थे।
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नौ राज्यों में नेटवर्क
अब तक सामने आई जानकारी में नौ राज्यों उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, असम, त्रिपुरा और दिल्ली में जेएमबी कासंगठन, स्लीपर सेल और उनके मददगारों के सक्रिय होने की पुष्टि हो चुकी है। चार राज्यों की एटीएस, दिल्ली की स्पेशल सेल पुलिस और खुफिया एजेंसियों की टीमें भोपाल में डेरा डाल चुकी हैं। विदेश मंत्रालय ने भी टीम भेजकर जांच शुरू की है।
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खुद छापी किताबें
आतंकियों के पास जो जिहादी साहित्य मिला है, वो अधिकतर डिजिटल फॉर्म में है। इसी के आधार पर उन्होंने किताबें छापी हैं। आतंकियों ने पूछताछ में कबूला कि उन्होंने भोपाल में जेहादी लिटरेचर को छापने के लिए प्रकाशकों से संपर्क किया था, लेकिन कंटेंट देखकर प्रकाशकों ने किताबें छापने से मना कर दिया। ऐसे में प्रिंटिंग, बाइंडिंग से जुड़े उपकरण खरीद लाए। यह काम खुद करने लगे।
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इनका कहना है
सायबर सेल सक्रियता पूर्वक कार्य कर रही है। भोपाल से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों के तार कोलकाता से जुड़ रहे हैं। इसकी जांच के लिए पुलिस आज ही कोलकाता रवाना हो गई है। संदिग्धों के पास एक वीडियो और मिला है जिसमें पेट्रोल बम बनाने की विधि है। संदिग्धों को फंडिंग व दूसरी सहायता पहुंचा रहे दो और स्थानीय लोगों की भी जांच की जा रही है।
डॉ. नरोत्तम मिश्रा, गृह मंत्री