महाशिवरात्रि से प्रशिक्षण की शुरूआत होगी, प्रत्येक बेच में 200 पुलिसकर्मी शामिल होंगे

brijesh parmar
उज्जैन। उज्जैन पुलिस ने आगामी सिंहस्थ 2028 की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन प्रशिक्षण को लेकर डिजिटल युग में कदम रख दिया है। देश में पहली बार वर्चुअल रियलिटी वीआर तकनीक के जरिए यहां प्रदेश के 54 हजार पुलिस कर्मियों को डिजिटल एडवांस पुलिसिंग प्रशिक्षण दिए जाने की तैयारी कर ली गई है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है भीड़ नियंत्रण, आपदा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था और सुरक्षा के दौरान तत्काल और सटीक निर्णय लेने की क्षमता बढ़ाना है। अगले वर्ष 2026 में महाशिवरात्रि से पुलिस अपना प्रशिक्षण रन करने की तैयारी कर रही है।
बकौल एसपी प्रदीप शर्मा वीआर बॉक्स के माध्यम से हम प्रशिक्षण में आने वाले पुलिसकर्मियों को क्षेत्र की वास्तविक भौगोलिक स्थिति का अनुभव करा सकेंगे। जिससे मौके पर बेहतर प्रतिक्रिया और समन्वय स्थापित हो सकेगा। आने वाले सिंहस्थ को लेकर हम लगातार तैयारियां कर रहे हैं। अगले वर्ष महाशिवरात्रि से प्रदेश भर के करीब 54 हजार पुलिसकर्मीयों के प्रशिक्षण का सिलसिला शुरू होने वाला है। इनमें 4 हजार अर्द्धसैनिक बल भी शामिल है। प्रत्येक बैच में 200 पुलिसकर्मी इसमें शामिल हो सकेंगे। इन सभी को सिंहस्थ में उज्जैन में तैनात किया जाएगा। उसको लेकर हमने अभी ट्रेनिंग मॉड्यूल्स बनाना शुरू किया है और इस बार हमारा प्रयास है कि हम ट्रेनिंग मॉड्यूल इन क्लास रूम तो करेंगे परंतु उसको वीआर बॉक्स के माध्यम से करेंगे। वर्चुअल रियलिटी में उसका वीडियो दिखाएंगे जिससे कम समय में बेहतर व्यू के साथ सभी को जो भौगोलिक स्थिति है जो सड़क की वास्तविक कंडीशन है वो क्लियर होगी प्लस ये वीडियो उनके साथ शेयर भी किया जाएगा जिससे जिस पुलिसकर्मी की जहां पर ड्यूटी है अगर उसे कभी किसी प्रकार का कोई डाउट हो या संशय हो तो तत्काल अपने वीडियो को रेफर कर सकता है और उसके माध्यम से अपने डाउट क्लियर कर सकता है। ट्रेनिंग जरूरी नहीं है कि हम एक ही बार करा पाए क्योंकि हम वीडियो शेयर कर देंगे तो समय-समय पर उसके जो रिफ्रेशर कोर्सेस है वो संबंधित जिले के ही रक्षित निरीक्षक के माध्यम से और पुलिस अधीक्षक के माध्यम से रन करेंगे। इस बार हमारा प्लान है कि हम सिंहस्थ को एआई और जो अन्य टेक्निक्स है, टेक्नोलॉजी है उसके माध्यम से करें। ज्यादा बेहतर प्रशिक्षण दे जिससे ज्यादा बेहतर प्रबंधन धरातल पर कर पाएं। अभी जो हम लोगों ने जिस तरह से यह वीडियो बनाया और जिस तरह से हम इसको डेवलप कर रहे हैं हमारा प्रयास है कि हम एक साथ 200 लोगों को ट्रेन कर सके और 200 लोगों के बैचेस को फिर उस जो जिस पर्टिकुलर एरिया के बारे में उनको ट्रेन कर उसकी भौगोलिक परिस्थिति से अच्छे से क्लियर करते हुए अवगत करा सके। अभी हमारा लक्ष्य है कि हम 200-200 के बैचेस रन करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान क्लासरूम और वीडियो मॉड्यूल्स के साथ वीआर अनुभव भी शामिल किया गया है। जिससे बार-बार ट्रेनिंग की आवश्यकता नहीं होगी और अधिकारी नियमित रिफ्रेशर कोर्स भी चला सकेंगे।