भंवर मधुमक्खी को बिना नुकशान पहुंचाए ग्रामीण निकालेंगे शहद

भंवर मधुमक्खी को बिना नुकशान पहुंचाए ग्रामीण निकालेंगे शहद

भंवर मधुमक्खी को बिना नुकशान पहुंचाए ग्रामीण निकालेंगे शहद

सीडीवीडी संस्था ने वन धन केंद्र को दे रहे तकनीकी प्रशिक्षण

मण्डला। जिले में लोगों को रोजगार उपलब्ध करने एवं वनों के उत्पाद का सुरक्षित संग्रहण के लिए वन मंडला अधिकारी पूर्व सामान्य के कमल आरोरा के मार्गदर्शन में प्रधानमंत्री वनधन योजना के अंतर्गत शहद संग्रहण, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग एवं मार्केटिंग प्रशिक्षण वनधन केंद्र अंजनिया में वनधन केंद्र के प्रभारी डॉ.एमवाय खोकर की उपस्थिति में संपन्न किया गया। उन्होंने वनधन केंद्र के उद्देश्यों को विस्तार्र से बताया। वन परिक्षेत्र अधिकारी श्रीमती लतिका तिवारी के नेतृत्व में वनधन केंद्र के चालिस प्रतिभागीयों ने हिस्सा लिया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को मार्गदर्शन देते हुए खा किए आप सभी इस तकनीकी को सीखकर आर्थिक लाभ उठाये। प्रशिक्षण संस्था सेंटर ऑफ डिस्कवरी फॉर विलेज डेवलपमेंट के डायरेक्टर एवं मधुमक्खी एक्सपर्ट निशार कुरैशी ने प्रशिक्षण देते हुए बताया किए परम्परगत विनाशकारी पद्धति से प्रतिवर्ष लाखों मधुमक्खियों को ग्रामीणों के द्वारा जलाकर मार दिया जथा था, लेकिन अब सभी प्रशिक्षण के उपरान्त भंवर मधुमक्खी को बिना नुकसान पहुंचाये शहद निकाल सकेंगे द्य प्रशिक्षण में एक गाँव टेक्नालोजी के सुरेन्द्र गुप्ता द्वारा सभी हितग्राही को लघु उद्योग की स्थापना केसे की जाती है, इस विषय पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में मधुमक्खी के प्रकार, उनके कार्य, मधुमक्खी के छाते की संरचना  का सचित्र वर्णन, शहद निकलने की पुराणी विधि एवं नई विधी में अंतर एवं माँ निर्माण की विस्तृत जानकारी दी गई द्य मास्टर ट्रेनर्स निशार कुरैशी द्वारा शहद तोडऩे का प्रयोग बताया गया एवं महिला प्रतिभागियों को किस तरह पैकेजिंग एवं प्रोसेसिंग की विस्तृत जानकारी दी गई एवं उनके द्वारा महिलाओं को प्रेरित किया गया किए अगर वो आगे आकर कार्य करती है तो वृक्षों से शहद निकालना मुश्किल कार्य नहीं होगा। मास्टर ट्रेनर्स पुरोषत्तम उईके के द्वारा शहद संग्रहण में क्या क्या सावधानी रखनी चाहिए ए इस विषय पर जानकारी दी गई एवं शहद संग्रहण किट का रख रखाव के बारे में भी बताया गया द्य मधुमक्खी एक्क्स्पर्ट द्वारा बताया गया की यह प्रशिक्षण चार दिवसीय है जिसमे शहद प्रोसेसिंग, मार्केटिंग ब्रांडिंग, शुद्ध शहद की पहचान एवं मधुमक्खी पालन की जानकारी दी जायेेगी एवं शहद संग्रहण की किट भी अंतिम दिन प्रदान की जावेगी। डिप्टी रेंजर के द्वारा प्रशिक्षण आयोजन किया गया।