जल जीवन मिशन में विभागीय मिलीभगत से करोड़ों की बंदरबांट
जल जीवन मिशन में विभागीय मिलीभगत से करोड़ों की बंदरबांट
जगत मरावी ने प्रेसवार्ता कर पीएचई एवं विद्युत विभाग पर लगाये गंभीर आरोप
मण्डला - जिले के मण्डला और मवई विकासखंड में जल जीवन मिशन के अंतर्गत पीएचई के नलकूप में विद्युतीकरण कार्य में पीएचई और विद्युत विभाग द्वारा सांठ गांठ कर करोड़ों रूपये के भ्रष्टाचार किया जा रहा है। विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्य की वास्तविक लागत से बढ़ा चढ़ा कर स्टीमेट बनाया गया और कार्य के उपरांत उसका मूल्यांकन कर राशी का आहरण कर लिया गया। साथ ही ऐसे कई कार्यों का मूल्यांकन और भुगतान कर दिया गया जो वास्तविकता में कभी हुए ही नहीं। जल जीवन मिशन के अंतर्गत पीएचई और विद्युत विभाग पर उक्त आरोप सामाजिक कार्यकर्ता जगत मरावी द्वारा लगाये गये हैं। उन्होंने मंगलवार को होटल उत्सव में प्रेसवार्ता कर कहा कि एक अनुमान के मुताबिक जिले में जल जीवन मिशन के अंतर्गत 300 करोड़ से ज्यादा के कार्य किये जाने हैं परन्तु मुझे अपने सहयोगियों और सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार योजनान्तर्गत कार्यों में न केवल गुणवत्ताहीन कार्य हो रहा है बल्कि विभागीय मिलीभगत से योजना की राशि का बंदरबांट किये जाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
नलकूप विद्युतीकरण में हो रहा घोर भ्रष्टाचार -
उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे कार्यों की गुणवत्ता और अधिकारियों की मिलीभगत के आरोप लगाते हुए बताया कि जिले के मण्डला एवं मवई विकासखण्ड के अंतर्गत जल जीवन मिशन में नलकूप, विद्युतीकरण में घोर भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम चरगांव के प्राकलन एवं बिल में विद्युत लाइन 450 मीटर दर्शाई गई है जबकि मौके पर लगभग 50 मीटर ही मौजूद है। इस तरह से केवल चरगांव में ही लगभग 2 लाख रूपये का अतिरिक्त बिल बनाया गया है। इसी प्रकार वितरण केंद्र कटरा, ग्राम कोसमडोंगरी, ग्राम बम्होरी में भी किये गये कार्य को बढ़ा-चढ़ा कर बिल बनाये गये हैं। साथ ही इसी तरह की अनियमितता मोहगांव वितरण केंद्र के ग्राम मोहगांव रैयत, वितरण केंद्र सिझोरा, ग्राम हर्राटोला, वितरण केंद्र महाराजपुर, ग्राम इमली गोहान, ग्राम घाघा में की गई है।
उच्चाधिकारियों तक भी पहुंची शिकायत -
श्री मरावी ने बताया कि पीएचई एवं विद्युत विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत करोड़ों रूपये की बंदरबांट की शिकायत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, कलेक्टर सहित विद्युत विभाग की उच्चाधिकारियों से की गई है। उन्होंने प्रशासन से इसकी उच्च स्तरीय निष्पक्ष जॉच किये जाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि उच्चाधिकारियों द्वारा इस जल जीवन मिशन के अंतर्गत किये गये कार्यों की सूक्ष्मता से जॉच की जायेगी तो और भी खुलासे होने की उम्मीद है।