हम सब एक, भाजपा के कुशासन से प्रदेश को मुक्ति दिलाने के लिए वचनबद्ध: दिग्विजय
भोपाल। कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच मतभेद की बात भी सामने आई है। इसको लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप भी लगाए, जिसका जवाब रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस और विशेषकर मेरे और कमल नाथ के संबंध में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। गुटबाजी और नाराजगी का प्रश्न ही उत्पन्न नहीं होता है। हम सब एक हैं और भाजपा के कुशासन से प्रदेश को मुक्ति दिलाने के लिए वचनबद्ध हैं।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का झाबुआ और खातेगांव जाने का कार्यक्रम प्रस्तावित था लेकिन उन्होंने इसे रद कर दिया। इसे टिकट वितरण को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ से नाराजगी से जोडक़र देखा गया। भाजपा ने भी इसे लेकर कांग्रेस में गुटबाजी और कमल नाथ द्वारा सब नेताओं को दरकिनार किए जाने के आरोप लगाए।
एक्स पर वीडियो पोस्ट जारी कर स्पष्ट की स्थिति
इस पर दिग्विजय सिंह ने रविवार को इंटरनेट मीडिया एक्स पर वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रादेशिक नेतृत्व में जो गुटबाजी है उसे छुपाने के लिए वे कांग्रेस पार्टी और विशेषकर मेरे और कमल नाथ के संबंध के बारे में अनेक भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। पहले तो मेरे नाम से फर्जी पत्र प्रसारित करवा दिया और उसके बाद अब यह बात आई है कि मैंने अपनी नाराजगी के कारण झाबुआ और खातेगांव का दौरा निरस्त कर दिया, जो सरासर गलत है।
भाजपा के भ्रामक प्रचारकों से दूर रहें कार्यकर्ता
दिग्विजय ने कहा कि हां, मेरा दौरा था लेकिन प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला चाहते थे कि हम संगठन और चुनाव के विषयों पर कुछ आवश्यक मुद्दे हैं उन पर चर्चा करें, इसलिए दौरा मैंने निरस्त किया। दिग्विजय ने कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि भाजपा के इन भ्रामक प्रचारकों से दूर रहें। यह बात भी समझें कि एक तरफ जन बल हैं, जो कांग्रेस के साथ है और दूसरी तरफ धन बल है, जो भाजपा के साथ है। धन बल का प्रयोग करते हुए भ्रम फैलाना भाजपा की पुरानी रणनीति रही है। इस प्रदेश में दो ही दल हैं या तो सरकार कांग्रेस की बनेगी या फिर भाजपा की। छोटे-छोटे दलों की सरकार बनने वाली नहीं है।
चोर की दाढ़ी में तिनका: शिवराज
उधर, दिग्विजय सिंह की सफाई पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कटाक्ष करते हुए कहा कि एक कहावत है चोर की दाढ़ी में तिनका। हमने कब कहा, दिग्विजय जी और कमल नाथ जी के बीच में अनबन है। आप स्वयं इंटरनेट मीडिया एक्स पर पोस्ट करके बता रहे हो कि अनबन नहीं है, भाजपा भ्रम फैला रही है। भाजपा भ्रम क्यों फैलाएगी। जनता देख रही है कि टिकट वितरण को लेकर अनबन हुई और कमल नाथ जी ने खुलेआम कहा कि कपड़े फाडऩा है तो दिग्विजय और जयवर्धन सिंह जी के फाड़ो। ये तो सबने सुना है। आप हंसी मजाक या हास परिहास में नहीं ले जा सकते हैं और कमल नाथ जी के बेटे नकुलनाथ जी छिंदवाड़ा की टिकट बांट देते हैं और बाद में फिर कांग्रेस कमेटी जारी करती है। वर्चस्व की लड़ाई और बेटों को स्थापित करने की लडाई जगजाहिर है। इसमें भारतीय जनता पार्टी कहां से आई।